आग लगाकर पानी डाल रहे ट्रंप
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यरूशलम में अपने दूतावास को ले जाने की घोषणा करके पहले तो आग लगायी अब उस पर पानी डाल रहे हैं। यरुशलम को इस्राइल की राजधानी के रूप में मान्यता देने की घोषणा के बाद इस क्षेत्र से आ रही झड़प की खबरों के बीच व्हाइट हाउस ने कहा है कि ट्रंप पश्चिम एशिया में शांति और संयम बनाए रखने की अपील करते हैं। व्हाइट हाउस के प्रधान उप प्रेस सचिव राज शाह ने कहा कि राष्ट्रपति ने शांति और संयम की अपील की है और हम उम्मीद करते हैं कि सहनशीलता का अनुरोध नफरत फैलाने वालों की आवाजों पर हावी होगा। इस्राइल और फलस्तीन के बीच शांति समझौते को अंजाम तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रपति प्रतिबद्ध हैं।यरुशलम को लेकर ट्रंप के फैसले का बचाव करते हुए शाह ने कहा कि हम मानते हैं कि वास्तविकता को पहचान दिलाने का फैसला और यरुशलम को इस्राइल की राजधानी के रूप में मान्यता देना सही निर्णय है। हालांकि अमेरिका ने विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा है कि अमेरिकी दूतावास को कम से कम छह साल तक येरूशलम नहीं ले जाया जाएगा। (हिफी)
नेपाल में वामपंथी सरकार तय
काठमांडो। नेपाल में हो रहे ऐतिहासिक प्रांतीय और संसदीय चुनाव में वामपंथियों को मिलती बढ़त से यही कहा जा सकता है कि इस बार वहां वामपंथियों की सरकार बनेगी। वामपंथी गठबंधन को अब तक घोषित 30 संसदीय सीटों के नतीजों में से 26 सीटों पर जीत मिली है और वह विपक्षी पार्टी नेपाली कांग्रेस के खिलाफ बढ़त बनाए है। नेपाली कांग्रेस को सिर्फ तीन सीटों पर ही जीत हासिल हुई है। नेकपा एमाले (सीपीएन-यूएमएल) ने 18 सीटें जीती जबकि उसके सहयोगी दल सीपीएन माओइस्ट सेंटर ने 8 सीटों पर जीत हासिल की। विपक्षी पार्टी नेपाली कांग्रेस ने 3 सीट पर जीत दर्ज की। वहीं एक स्वतंत्र उम्मीदवार को भी जीत हासिल हुई है। मतों की गणना में सीपीएन-यूएमएल 44 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि सीपीएन माओइस्ट सेंटर 18 सीटों पर आगे है। नेपाली कांग्रेस 12 सीटों पर आगे है। संसदीय चुनाव के लिए कुल 1,663 उम्मीदवार जबकि राज्य विधानसभा चुनाव के लिए 2,819 उम्मीदवार मैदान में थे। कई लोगों को यह उम्मीद है कि इस ऐतिहासिक चुनाव से इस हिमालयी देश में राजनीतिक स्थिरता आएगी। इस चुनाव से संसद के लिए 128 सदस्यों और विधानसभा के लिए 256 सदस्यों का चुनाव होगा। राज्य और संघीय चुनाव के लिए दो चरणों में 26 नवंबर और 7 दिसंबर को मतदान आयोजित किया गया था। नेपाल में आयोजित हुए इस चुनाव को संघीय लोकतंत्र अपनाने की दिशा में अंतिम कदम माना जा रहा है। (हिफी)
मदरसों की शिक्षा पर नजर रखेंगे बाजवा
कराची । पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने देश में तेजी से बढ़ रहे मदरसों की भूमिका की आलोचना करते हुए कहा है कि इन धार्मिक शिक्षण संस्थानों की पूरी अवधारणा पर फिर से गौर करने की जरूरत है। समाचार पत्र द नेशन के अनुसार बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में कल आयोजित एक युवा सम्मेलन में बाजवा ने कहा, मैं मदरसों के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन हम मदरसों के बुनियादी मकसद को खो चुके हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मदरसों की पूरी अवधारणा पर फिर से गौर करने की जरूरत है। पाक सेना प्रमुख ने कहा, सभी मदरसों में छात्रों को सिर्फ धार्मिक शिक्षा दी जा रही है और ऐसे में इनमें पढ़ने वाले बच्चे विकास की दौड़ में पीछे छूट जाते हैं। दूसरी तरफ, सेना की मीडिया शाखा की ओर से जारी बयान में मदरसों के बारे में की गई उनकी टिप्पणी को स्थान नहीं दिया गया है बाजवा ने कहा कि सेना एक सरकारी संस्था है जिसका मकसद देश की सेवा करना है। (हिफी)
कला के प्रेमी हैं सऊदी के युवराज
लंदन। सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान कला के प्रेमी हैं। यह बात एक पेंटिंग को लेकर पता चली है। लियोनार्दो दा विंची की पेंटिंग को 2900 करोड़ में खरीदने वाले शख्स को लेकर अब एक दिलचस्प बात सामने आई है। दरअसल, नीलामी के वक्त खरीदार का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया था लेकिन हाल ही में यह पता लगाया गया कि इस पेंटिंग को सऊदी के एक प्रिंस ने खरीदा है। हालांकि, अब खबर के मुताबिक इस पेंटिंग को किसी अन्य प्रिंस ने नहीं बल्कि खुद सऊदी के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने खरीदा है। इस मामले के जानकार अमेरिकी और अरब अधिकारियों ने बताया कि पेंटिंग को सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने अपने दूर के भाई और दोस्त के जरिए खरीदवाया है। बता दें कि नीलामी में पेंटिंग के लिए अब तक की यह सर्वाधिक कीमत (2900 करोड़ रुपये) चुकाई गई है। न्यू यॉर्क टाइम्स ने गत दिनों अपनी रिपोर्ट में बताया था कि यह खरीदारी प्रिंस बदर बिन अब्दुल्लाह बिन मोहम्मद बिन फरहान-सऊद के नाम पर की गई है। सऊदी के एक अखबार में छपी खबर में खुद प्रिंस बदर ने कहा कि मैं न्यू यॉर्क टाइम्स में अपने बारे में खबर छपने को लेकर हैरान हूं। इस रिपोर्ट में अजीब और गलत जानकारियां हैं। हालांकि, उन्होंने बयान में पेंटिंग को लेकर और कुछ नहीं कहा। (हिफी)