नई दिल्ली। एजेन्सी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और इंदिरा गांधी के विश्वासपात्र रहे आरके धवन का सोमवार शाम निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया कि आरके धवन ने शाम करीब सात बजे बीएल कपूर अस्पताल में अंतिम सांस ली।
आरके धवन को बढ़ती उम्र संबंधी परेशानियों के कारण पिछले मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने ट्वीट किया है, ‘‘कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आर. के. धवन को हमारी श्रद्धांजलि. उन्होंने आज अंतिम सांस ली।
कांग्रेस के सिद्धांतों के प्रति उनकी निष्ठा, प्रतिबद्धता और समर्पण के लिए हमेशा याद किया जाएगा। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। ’’ राजिन्दर कुमार धवन राज्यसभा के सदस्य और लंबे समय तक इंदिरा गांधी के निजी सचिव रहे थे। आरके धवन का जन्म 6 जुलाई 1937, चिनिओत, अब पाकिस्तान में हुआ था। वे की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के निजी सचिव रह चुके हैं। श्रीमती गाँधी की हत्या के वे प्रत्यक्षदर्शी रहे हैं।आर. के. धवन,जो इंदिरा गांधी की हत्या के प्रत्यक्ष गवाह थे. उन्होंने बीबीसी को भी बताया था कि ‘इंदिरा गांधी का अंगरक्षक सामने आया और अपने रिवॉल्वर से फायरिंग करने लगा। इससे पहले कि हम कुछ समझ पाते, वह अपना काम कर चुका था। उन्होंने 1962 से 1984 तक इंदिरा गांधी के साथ काम किया। उनके बारे में कहा जाता है कि इंदिरा युग में उनकी स्थिति देश के दूसरे या तीसरे नंबर के ताकतवर शख्सियत के रूप में होती थी।