कोलकाता में बैंक की सहूलियत ही उसके लिए बनी मुसीबत|ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में कुछ तकनीकी कमी की वजह से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले 5 छात्रो ने बैंक को करोड़ों का चूना लगा दिया गया।छात्रों ने करीब 8 करोड़ 60 लाख रुपए बैंक से निकाल लिए और बैंक को पता तक नहीं चला|बीते 4 महीने के दौरान 5 इंजीनियरिंग के छात्रों ने फर्जी मोबाइल वॉलेट के जरिए बैंक से रुपए निकाल रही थी। आरोपियों में 5 छात्रों के साथ साथ 4 अन्य लोग भी शामिल हैं। सारे आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं।करोड़ों की धोखाधड़ी का शिकार एक निजी सेक्टर की एक बैंक को बनाया गया है|बैक ने दिसंबर 2015 में ई-वॉलेट की सुविधा शुरू की थी।बैंक के अधिकारियों के अनुसार उन्हें नहीं पता चल पाया कि बैंक की इस सुविधा में कुछ तकनीकी कमी रह गई, जिसका दुरुपयोग किया जा सकता है।