डीएवीपी नीति विरोधी मंच उत्तर प्रदेश ने आहुत की बैठक
लखनऊ। डीएवीपी नीति विरोधी मंच से जुड़े सभी प्रकाशकों संपादकों और पत्रकार साथियों को यह सूचित किया जाता है कि दिनांक पांच सितम्बर को डी ए वी पी नीति विरोधी मंच के संयोजक मंडल ने मिलकर डी ए वी पी की पालिसी 2016 को वापस कराने के लिए आंदोलन को और विशाल स्वरूप प्रदान करने हेतु कुछ योजनाऐं बनायीं है, जिससे की हम अपनी बात व् मांगें प्रधानमंत्री , केंद्र सरकार में इस मंत्रालय से सम्बंधित अधिकारियों और मंत्रियों तक प्रभावी और सम्मानित तरीके से पहुँचा सकें और लघु और मध्यम श्रेणी के समाचार पत्रों हेतु दमनकारी डीएवीपी विज्ञापन नीति 2016 को वापस करा सकें। इसी क्रम मे विगत् दिनांक 5 सितम्बर को डीएवीपी नीति विरोधी मंच की बैठक आहुत की गई जिसमे सर्व प्रथम पूर्व आयोजित समस्त कार्यक्रमों और डीएवीपी नीति 2016 के विरुद्ध पूरे देश मे अनवरत रूप से सँघरषरत सभी साथियों की सराहना करने के साथ ही यह भी स्वीकार किया गया कीलक्ष्य प्राप्त करने हेतु अत्यधिक प्रयास करते हुए सर्वस्व बलिदान करने हेतु हम सभी को तत्पर रहना होगा । पूर्व आयोजित कार्यक्रमों से प्राप्त अनुभवों और उत्तर प्रदेश ,दिल्ली सहित अन्य प्रदेश में इस विषय पर चल रहे अभियानों और वाट्सअप ग्रुपों सोशल मीडिया की चर्चा से प्राप्त विचारों के साथ ही व्यक्तिगत सुझावों को प्रस्ताव के रूप चर्चा हेतु रखा गया जिस पर सभी साथियों द्वारा स्वतंत्रत रूप से अपने विचार प्रस्तुत किये गये तत्पश्चात् सर्वसम्मति से अधोलिखित प्रस्ताव पास किये गये ।
1- डीएवीपी विज्ञापन नीति 2016 के विरुद्ध जो भी है वो हमारा साथी है और हमारे लिये सममाननीय है जब लक्ष्य एक है तो किसी भी रूप मे पूरे देश के साथियों के बीच अंतर्विरोधों का कोई स्थान नहीं होना चाहिये हमें एक लक्ष्य के लिये एक मत होकर एक दुसरे सहयोग कर ताक़तवर बनकर सरकार से लड़ना है और हर हाल में डीएवीपी नीति को वापस करवाना है ।
2- दिल्ली में आगामी अक्टूबर में निंरधारित किये गये आमंरण अनशन कार्यक्रम में सहभागिता को सर्व सम्मत से पास किया गया साथ ही उसके राष्ट्रीय स्तर पर महत्व के दृष्टिगत उससे पूर्व वृहद अभियान चलाये जाने का प्रस्ताव भी पास किया गया ।
3- वृहद अभियान के क्रम में सर्व प्रथम वाटसअप ग्रुप में उपलब्ध और डीएवीपी में पंजीकृत समस्त उत्तर प्रदेश के साथियों से सम्पर्क कर मंडलवार /जिलेवार उनका चयन कर उन्हें अपने ट्ववीटर फेशबुक सहित सोशल मीडिया नेटवर्क वअपने समाचार पत्रों ,नयूज ग्रुपों मे डीएवीपी नीती के विरोध में पूर्व के कार्यक्रमों के तथ्यों सहित तस्वीरों के प्रकाशन प्रसारण सहित अनशन कार्यक्रम का ज़ोर शोर से प्रचार प्रसार करने व जनमानस से इस मुद्दे पर समर्थन की अपील जारी करने का अनुरोधँ किये जाने तथा लखनऊ के समस्त साथी आपस में सोशल मीडिया पर एक दुसरे से लिंक्ड होकर पूरे प्रदेश व अन्य प्रदेश के साथियो को जोड़ेंगे इसके लिये सभी साथी अपनी सोशल मीडिया आई डी वाट्स अप ग्रुप में एक दिन में अवश्य प्रेषित करेंगें , इस हेतु आग्रह किये जाने का प्रस्ताव पास किया गया ।
4 संयोजक मंडल ने यह तय किया है कि जो प्रकाशक जिस जिले/ मंडल का हो वह व्यक्तिगत रुचि लेकर क्षेत्रीय सांसद, भाजपा जिला अध्यक्ष,,उपाध्यक्ष,भाजयुमो व संघ से जुड़े जिला प्रमुख ,प्रचारक,भाजप विधायक व आगामी विधानसभा चुनाव में घोषित भाजप प्रत्याशी से प्राथमिकता के साथ अपने समर्थन /विज्ञापन नीति 2016 के विरुद्ध पत्र लिखवायें एवं डीएवीपी विज्ञापन नीति का विरोध प्रदर्शन करें और ज्ञापन सौपें साथ ही भाजपा विरोधी दलों के संपर्क में रहकर उन्हे भी हमारे अभियान में जोड़ने व सहयोग प्रदान करने हेतु प्रेरित करें और उनसे प्रसार माध्यमों में नीति केविरोध में बयान जारी करने का आग्रह करें और यथा संभव सहयोग प्राप्त करें ।
5-प्रस्तावित 2 अक्टूबर के अनशन कार्यक्रम से पूर्ब सभी जिलो में व्यापक जन समर्थन जुटाने पर बल दिया गया साथ ही उपरोक्त प्रस्ताव पर हर हाल मे 20 सितंबर तक कार्य संपन्न कर । लखनऊ में एक विरोध मार्च निकालने का भी प्रस्ताव पास किया, दिन समय बाद में तय कर सार्वजनिक घोषणा की जाएगी । तब तक सभी जिले से समर्थन पत्र एकत्र किया जायेगा व सोशल मीडिया पर व्यापक प्रचार प्रसार किया जायेगा इससे संबंधित प्रगति पर ही वाटसअप पर चर्चा होगी । लखनऊ । के साथियों को क्रमश: भाजपा से जुड़े सासंदो विधायकों भाजप प्रदेश अध्यक्ष अन्य प्रदेश पदाधिकारी महपौर ,मंडल अध्यक्ष व ज़िला पदाधिकारी गणों से मिलने समर्थन पत्र लिखाने अपना विरोध दर्ज कराने की ज़िम्मेदारी सौंपी जा चुकी है व उन्हे १ सप्ताह में अपना कार्य संपन्न कर ग्रुप को अवगत कराने का प्रस्ताव पास किया है । साथ ही लखनऊ से जुड़े साथियों को ज़िले के साथियों को प्रेरित करने व हर संभव सहयोग करने की भी ज़िम्मेदारी सौंपी गई है । इस विषय को विस्तार स्वरुप प्रदान करने हेतु दिलली व अन्य प्रदेश के साथियों से चर्चा करने हेतु सर्वसम्मति से प्रमुख संयोजक शशिनाथ दुबे को अधिकृत किया गया है ।
अतः साथियों आप सभी से सादर अनुरोध है कि हर व्यक्ति के व्यक्तिगत स्वरूप में आये अस्तित्व के संकट का सामनाकरने हेतु अनेकता में एकता का परिचय देते हुयेएक जुट होकर आओगे सब मिलकर सामना करें और केन्द्र सरकार की दमनकारी विज्ञापन नीति 2016 को हर हाल में वापस वापस या संशोधित करायें ,क्योंकि यह मीडिया को समाप्त करने की तरफ पहला क़दम है हमें एकजुट होना होगा।
इस बैठक में शशि नाथ दुबे,शिव सरन सिंह, हारून कारी,अरुण मिश्रा,संजोग वाल्टर,अरुण श्रीवास्तव,आभुदयअवस्थी,शादाबअहमद,राजेन्द्र प्रसाद यादव,राजू यादव,ऐ के रस्तोगी,ने अपने अपने विचार रखे, जिसका सभी ने समर्थन किया, “कौन कहता है डीएवीपी नीति वापस नहीं हो सकती बस एक साथ मिलकर क़दम तो बढ़ाओ यारों “
। DAVP नीति विरोधी मंच उत्तर प्रदेश के मीडिया प्रकोष्ठ द्वारा प्रकाशकों के हितार्थ जारी।*