एजेंसी।नई दिल्ली:एसोसिएशन फॉर डेमोक्रटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और उत्तराखंड इलेक्शन वॉच रिपोर्ट के मुताबिक़ उत्तराखंड राज्य में 55 ऐसे विधायक है जिनकी संपत्ति में वृद्धि हुई है। ये रिपोर्ट दोबारा चुनाव लड़ रहे विधायकों की संपत्ति का अध्ययन करने के बाद जारी की है।इस सूची के अनुसार जसपुर से भाजपा प्रत्याशी शैलेंद्र मोहन सिंघल का नाम सबसे ऊपर है।श्री शैलेन्द्र मोहन की संपत्ति विगत पांच वर्षों में 1015 फीसदी तक बढ़ी है।इस रिपोर्ट को तैयार करने में एडीआर ने 60 विधायकों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है।यदि दोबारा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की संपत्ति की तुलना राज्य के पिछले विधान सभा चुनाव में दिए गए हलफनामे से करें तो 60 ऐसे प्रत्याशी है जिनकी औसत संपत्ति 2012 में 1.85 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 3.62 करोड़ हुई है।जसपुर से भाजपा प्रत्याशी शैलेंद्र मोहन सिंघल की संपत्ति 32 करोड़ 19 लाख रुपये बढ़ी। 2012 के चुनाव में उन्होंने अपनी संपत्ति तीन करोड़ 19 लाख 53 हजार रुपये घोषित की थी।वर्ष 2017 के चुनाव में शपथपत्र में उन्होंने अपनी 35 करोड़ 63 लाख 50 हजार रुपये की संपत्ति का ब्यौरा दिया है।इस तरह उनकी संपत्ति में पांच साल के भीतर ही 1015% की बढ़ोतरी देखी गयी है।वही इस सूची में दुसरे पायदान पर विकासनगर से कांग्रेस प्रत्याशी नवप्रभात है।उनकी संपत्ति में छह करोड़ 60 लाख की वृद्धि हुई है।यह बढ़ोतरी 170 प्रतिशत है।सोमेश्वर से भाजपा प्रत्याशी रेखा आर्य की संपत्ति में छह करोड़ पांच लाख, चकराता से कांग्रेस प्रत्याशी प्रीतम सिंह की संपत्ति में छह करोड़ 31 लाख और धर्मपुर से कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल की संपत्ति में पांच साल के भीतर चार करोड़ 48 लाख रुपये की बढ़ोतरी हुई है।