एजेंसी।रायबरेली:प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को रायबरेली में कांग्रेस पार्टी के प्रचार के दौरान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए बयान पर जनता से सवाल किया कि क्या उत्तर प्रदेश के विकास के लिए किसी बाहरी को गोद लेने की ज़रुरत है?प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को अपने भाषण में कहा था कि उप्र ने उनको गोद लिया है और इसलिए उनकी ये ज़िम्मेदारी है की वो राज्य का विकास करें।प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा पर भरोसा जताते हुए कहा,”यूपी का हर नौजवान नेता बन सकता है और प्रदेश का विकास कर सकता है।यहां का एक-एक नौजवान इस प्रदेश का नया निर्माण करेगा, नया विकास करेगा, नया उत्थान करेगा ये मेरी आशा है।” उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा, “यूपी में प्रतिभाशालियों की कोई कमी नहीं जो उसे किसी को गोद लेने की ज़रुरत पड़े।”
नोट बंदी के निर्णय को लेकर भी प्रियंका गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीखी आलोचना की।उन्होंने देश की करोड़ों महिलाओं की ओर से सवाल किया की पिछले 6 महीने में किसने औरतों पर सबसे ज़्यादा अत्याचार किया?महिलाओं के अत्याचार को नोट बंदी के फैसले से जोड़ते हुए प्रियंका गाँधी ने प्रश्न पूछा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी करके महिलाओं की बचत को शून्य कर दिया और उनको लाइनों में खड़ा किया तो क्या वो महिलाओं पर अत्याचार नही था?
एक लंबे समय के बाद राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी ने एक साथ कांग्रेस के लिए प्रचार किया।प्रियंका गाँधी ने रैली में उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि जो खोखले वादे करता है उसे पहचानिए तथा जो आपके लिए काम करना चाहता है उसको पहचानिए।उन्होंने सपा-कांग्रेस गठबंधन को मजबूत बनाने की लोगों से अपील की।