एजेंसी।नई दिल्ली:आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले बाद एआईएडीएमके की महासचिव महासचिव वी के शशिकला ने अपने निवास पर हुई विधायकों की बैठक में ई पलानीसामी को विधायक दल का नेता बनाया है।साथ ही इसी बैठक में उन्होंने पन्नीरसेल्वम को पार्टी से निकाल दिया है।इस फैसले का बाद तमिलनाडु की राजनीती की दिशा लगभग तय हो गयी है।इस फैसले से पनीरसेल्वम के विरुद्ध मुख्यमंत्री पद की लड़ाई में शशिकला की उम्मीदों को झटका लगा है।शशिकाल का दावा है कि 234 सदस्यीय विधानसभा में 129 विधायकों का समर्थन उन्हें प्राप्त है।अन्नाद्रमुक के 134 विधायक हैं, लेकिन हाल के दिनों में इनमें से आठ विधायक विद्रोही गुट के नेता ओ पन्नीरसेल्वम के साथ आ गए हैं।साथ ही दस सांसद भी पन्नीरसेल्वम के साथ हैं।
मंगलवार के दिन आय से अधिक संपत्ति मामले में उच्चतम न्यायालय ने शशिकला को दोषी करार देते हुए चार साल की सजा सुनाई है।इस मामले में कोर्ट ने शशिकला पर 10 करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया है।अब वह 10 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगी।इसी मामले में शशिकला के दो रिश्तेदार इलावरसी और सुधाकरण को भी न्यायालय ने दोषी पाया है और इन्हें भी चार साल की सजा सुनाई गई है।सुप्रीम कोर्ट ने जे जयललिता के पांच दिसंबर को हुए निधन को ध्यान में रखते हुए उनके खिलाफ दायर अपीलों पर कार्यवाही खत्म कर दी है।पीठ ने कहा,चूंकि जयललिता का निधन हो चुका है, इसलिए उनके खिलाफ कार्यवाही बंद की जाती है।अब उनके खिलाफ केस नहीं चलेगा।उच्चतम न्यायालय ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में ट्रायल कोर्ट के फैसले को सही ठहराया है और हाईकोर्ट का फैसला पलट दिया है।सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष और अमिताभ रॉय की खंडपीठ ने इस मामले में फैसला सुनाया है।