एजेंसी।पिछले चुनावों के मुकाबले इस साल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और पंजाब राज्य के विधानसभा चुनाव के दौरान अधिक संख्या में संदिग्ध नकद, शराब और मादक पदार्थ को जब्त किया गया हैं।यदि चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त निगरानी दलों की कार्यवाही में ज़ब्त किये गए नकदी,शराब और मादक पादार्थों के आंकड़ों पर एक नज़र डाले तो 25 फरवरी, 2017 तक इस बार उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड जब्ती हुई है जिसमें 115.70 करोड़ रूपये की नकदी,57.69 करोड़ रूपये मूल्य की शराब के 20.29 लाख पीपे तथा 7.91 करोड़ रूपये मूल्य के 2,725 किलो मादक पदार्थ शामिल हैं।जबकि पिछले बार उत्तर प्रदेश वर्ष 2012 में हुए विधान सभा चुनाव के दौरान 36.29 करोड़ रूपये नकद और 6.61 लाख रूपये मूल्य की 3,073 लीटर शराब जब्त की गई थी।ये आंकड़ा अभी बढ़ सकता है क्योंकि अभी 3 चरणों का चुनाव उत्तर प्रदेश में बाकी है।
इसी प्रकार से उत्तरखंड प्रदेश में इस महीने की शुरूआत में खत्म हुए एक चरण के चुनाव में बड़े पैमाने पर ये जब्तियां हुई हैं।यहां इन निगरानी दलों ने अब तक 3.40 करोड़ संदिग्ध नकद,3.10 करोड़ रूपये मूल्य की 1.01 लाख लीटर शराब व 37.88 लाख रूपये मूल्य के 81 किलो नशीले पदार्थ जब्त किए जबकि वर्ष 2012 में राज्य में 1.30 करोड़ रूपये नकद, 15,151 लीटर शराब (मूल्य 15.15 लाख रूपये) जब्त की गई थी।
अगर पंजाब राज्य की बात करे तो पंजाब में फिलहाल चुनाव खत्म हो चुके हैं।वहां पिछले चुनाव में जब्त 11.51 करोड़ रूपये के मुकाबले इस बार 58.02 करोड़ रूपये जब्त किए गए।पिछली बार जब्त की गई 3,2978 लीटर शराब (मूल्य 2.59 करोड़ रूपये) के मुकाबले इस बार 12.43 लाख लीटर (मूल्य 13.36 करोड़ रूपये) जब्त की गई।
गोवा में भी 4 फरवरी को खत्म हुए एक चरण के चुनाव में 2.24 करोड़ संदिग्ध नगदी और 1.07 करोड़ रूपये मूल्य की लगभग 76,000 लीटर शराब जब्त की गई है जबकी पिछले चुनाव में यहां महज 60 लाख रूपये जब्त किए गए थे व बहुत ही कम मात्रा में मादक पदार्थ और शराब जब्त की गई थी।
मणिपुर में अगले महीने चुनाव होने वाले हैं वहां के तुलनात्मक आंकड़े प्राप्त नहीं हो सके हैं।
इन अभियानों में शामिल कर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि चुनावी मौसम में मतदाताओं को लुभाने के लिए काले धन और अन्य किस्म के गैरकानूनी लेनदेन करने वालों पर नोटबंदी का कोई असर नहीं हुआ है।’’