स्वप्निल संसार।लखनऊःउत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने शनिवार को उप्र राज्य की राजधानी लखनऊ में विश्वविद्यालय के कर्मचारी सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा परिषद द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये तथा उनके चित्र पर माला पहनाकर अपनी श्रद्धांजलि दी।शिवाजी का जन्मदिन 19 फरवरी को मनाया जाता है लेकिन रविवार को होने वाले मतदान को देखते हुए कार्यक्रम का आयोजन एक दिन पूर्व किया गया। राज्यपाल ने कहा कि शिवाजी ने जिस प्रकार अपने शासनकाल में नेतृत्व किया वह अद्भुत है।उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि छत्रपति शिवाजी का नाम श्रेष्ठ सेनापति और वीर योद्धा के रूप में लिया जाता है।श्री राम नाईक ने बताया कि छत्रपति शिवाजी देश में स्वराज्य की स्थापना करना चाहते थे।आज जब हमें स्वराज्य प्राप्त हो चुका है तो यह हमारा दायित्व है कि स्वराज्य को सुराज में परिवर्तित करने के लिये उनसे प्रेरणा प्राप्त करने का संकल्प लें।शिवाजी ने राष्ट्रहित में कभी परिवार का मोह नहीं किया। उन्होंने कहा कि शिवाजी की सेना में अनेक मुस्लिम सेनापति भी थे।श्री नाईक ने कहा कि प्रदेश में इस समय विधान सभा के चुनाव चल रहे हैं।अभी पांच चरणों का मतदान बाकी है।उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और भारत के संविधान में 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को मत देने का अधिकार प्राप्त है।समस्त नागरिकों को अपनी इच्छा के अनुसार योग्य प्रतिनिधि को चुनने का अधिकार है।प्रदेश में 2012 के विधानसभा चुनाव में 59.05 प्रतिशत मतदाताओं ने तथा 2014 के लोकसभा चुनाव में 58.03 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। इस प्रकार करीब 40 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान में भागीदारी नहीं की।40 प्रतिशत लोग जिन्होने गत चुनाव में मतदान नहीं किया था उन्हें भी मतदान करने के लिये प्रेरित करें ताकि योग्य प्रतिनिधि एवं योग्य सरकार का चुनाव हो।श्री राम नाईक ने कहा कि अपने मताधिकार का दायित्व निभाते हुए एवं शत-प्रतिशत वाले मतदान केन्द्र को वह राजभवन में सम्मानित करेंगे।
इस अवसर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एस0पी0 सिंह, भातखण्डे संगीत संस्थान सम विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती श्रुति सरोडकर काटकर,लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो0 एस0बी0 निमसे, मराठी समाज के सदस्य एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थें।