लखनऊ. रिहाई मंच ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के दलित छात्र रजनी कृश की आत्महत्या को सांस्थानिक हत्या करार दिया है.मंच ने कहा की हैदराबाद के रोहित से लेकर नजीब तक जो कुछ हुआ है वह साबित करता है कि मोदी सरकार ने शैक्षिक संस्थानों को कत्लगाहों में तब्दील कर दिया है.
रिहाई मंच लखनऊ प्रवक्ता अनिल यादव ने जारी प्रेस नोट में बताया की जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एमफिल के छात्र रजनी कृश की आत्महत्या सांस्थानिक हत्या है. केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद से ही दलित-पिछड़े और अल्पसंख्यक छात्रों को नीतिगत तरीके से शैक्षिक संस्थानों में आत्महत्या के लिए मजबूर किया जा रहा है. अगर रोहित बेमुला के हत्यारों को सजा मिली होती तो आज यह दिन नही देखना होता. उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले जो मनुवादी व्यवस्था दलितों को पढ़ने-लिखने पर हत्या कर देती थी वही काम आज मोदी सरकार कर रही है.