वाणिज्यिक वस्तुओं का व्यपार-निर्यात (इसमें पुनर्निर्यात भी शामिल है)
सितंबर 2016 से ही निर्यात में दर्ज किया जा रहा सुधार का रुख फरवरी, 2017 के दौरान भी बरकरार रहा। फरवरी, 2017 के दौरान 24490.27मिलियन अमेरिकी डॉलर (164269.71 करोड़ रुपये) मूल्य की वस्तुओं का निर्यात किया गया, जो फरवरी, 2016 में हुए निर्यात के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 17.48 फीसदी ज्यादा है और रुपये के लिहाज से भी 15.48फीसदी ज्यादा है। इसमें लम्बे अरसे बाद दहाई अंकों में वृद्धि दर्ज की गई है।
अप्रैल-फरवरी 2016-17 के दौरान निर्यात कुल मिलाकर 245413.05मिलियन अमेरिकी डॉलर (1648743.26 करोड़ रुपये) का हुआ, जो पिछले साल की समान अवधि में हुए निर्यात के मुकाबले डॉलर के लिहाज से2.52 फीसदी और रुपये के लिहाज से 5.50 फीसदी अधिक है।
विश्व व्यापार संगठन के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2016 के दौरान निर्यात में वृद्धि पिछले साल के समान महीने के मुकाबले संयुक्त राज्य अमेरिका (5.61 फीसदी), यूरोपीय संघ (1.68 फीसदी) और जापान (10.87 फीसदी) में दर्ज की गई है। वहीं, दिसंबर 2016 के दौरान निर्यात में कमी पिछले साल के समान महीने के मुकाबले चीन (-6.20 फीसदी) में दर्ज की गई है।
आयात
फरवरी, 2017 के दौरान 33386.57 मिलियन अमेरिकी डॉलर (223942.06 करोड़ रुपये) मूल्य की वस्तुओं का आयात किया गया, जो फरवरी, 2016 में हुए आयात के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 21.76फीसदी ज्यादा है और रुपये के लिहाज से 19.69 फीसदी ज्यादा है। अप्रैल-फरवरी, 2016-17 के दौरान आयात कुल मिलाकर 340698.43 मिलियन डॉलर (2289598.48 करोड़ रुपये) का हुआ, जो पिछले साल की समान अवधि में हुए आयात के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 3.67 फीसदी की ऋणात्मक वृद्धि दर्शाता है।
समग्र व्यपार संतुलन
कुल मिलाकर व्यापार संतुलन में बेहतरी दर्ज की गई है। वाणिज्यिक वस्तुओं एवं सेवाओं को एक साथ ध्यान में रखते हुए समग्र व्यपार घाटा अप्रैल-फरवरी, 2016-17 के दौरान 41808.38 मिलियन अमेरिकी डॉलर का रहने का अनुमान है, जो अप्रैल-फरवरी 2015-16 में दर्ज किए गए55028.99 मिलियन अमेरिकी डॉलर के व्यपार घाटे से 24.0 फीसदी कम है।