पाकिस्तान में लापता होने के चलते सुर्खियों में आए दोनों मौलवी सोमवार को भारत लौट आए हैं। एएनआई के मुताबिक दोनों मौलवी जल्द ही अपने परिवार के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगे।विदेश मंत्री इससे पहले ऐसा बताया गया था कि हजरत निजामुद्दीन के दोनों मौलवियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों ने अपनी हिरासत में ले रखा था। बता दें कि दोनों मौलवियों के गायब होने पर सियासी माहौल गरमा गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मोदी सरकार ने पाकिस्तान सरकार के सामने यह मुद्दा उठाया।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके कहा कि इसके पीछे आईएसआई का हाथ हो सकता है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक निजामुद्दीन दरगाह के गद्दीनशीं आसिफ निजामी और नाजिम निजामी बुधवार को लाहौर में मशहूर दाता दरबार गए थे और फिर वहां से कराची के लिए फ्लाइट ली थी।
उनके परिवार के मुताबिक आसिफ को कराची जाने की इजाजत दे दी गई लेकिन अधूरे यात्रा कागजातों की वजह से नाजिम को लाहौर एयरपोर्ट पर रोक लिया गया। एक सूत्र के मुताबिक इसके बाद नाजिम लाहौर एयरपोर्ट से गायब हो गए जबकि आसिफ कराची एयरपोर्ट पहुंचने के बाद लापता हैं।
भारत सरकार ने तुरंत यह मामला दिल्ली में पाकिस्तान सरकार के सामने उठाया और इस्लामाबाद में भारतीय मिशन के जरिये भी इसकी चर्चा की। गौरतलब है कि आसिफ और नाजिम निजामी लाहौर में प्रसिद्ध दाता दरबार की यात्रा करने से पहले 8 मार्च को कराची अपने रिश्तेदारों से मिलने गए थे। निजामुद्दीन दरगाह और दाता दरबार के गद्दीनशीं के एक दूसरे के यहां यात्रा की पुरानी परंपरा रही है।