मुबारक साल गिरह-माधुरी दीक्षित का जन्म 15 मई 1967 को शंकर और स्नेहलता दीक्षित के घर हुआ था. माधुरी भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं.अपने अभिनय और डांसिंग से फ़िल्म इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम बनाने वाली माधुरी हमेशा से हीरोइन नहीं बनना चाहती थीं.माधुरी एक प्रशिक्षित कथक डांसर है.एक समय था जब वह माइक्रोबायोलोजिस्ट बनना चाहती थी, लेकिन नियति को शायद कुछ और ही मंजूर था.कभी सुरेश वाडेकर के लिए धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित से शादी का प्रस्ताव आया था.माधुरी के माता-पिता ने रिश्ता सुरेश वाडकर के घर भिजवाया, लेकिन सुरेश ने वो रिश्ता करने से मना कर दिया।1999 में, माधुरी दीक्षित ने डेनवर के कार्डियोवैस्कुलर सर्जन डॉ. श्रीराम नेने से शादी की थी. माधुरी के दो बेटे अरिन और रायन हैं.2013 में माधुरी ने ‘डांस विद माधुरी’ नामक एक ऑनलाइन डांस अकादमी का शुभारंभ किया.
माधुरी दीक्षित ने 1984 में आई फ़िल्म ‘अबोध’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की.हालांकि ये फिल्म ज्यादा कमाल नहीं कर पाई.‘अबोध’ के बाद माधुरी को ‘वर्दी और ‘दयावान’ जैसी फिल्मों में छोटे रोल मिले.फिल्म तेज़ाब से उनके करियर को उड़ान मिली,जो काफी हिट हुई।फिल्म ‘तेजाब’ ने माधुरी और अनिल कपूर की जोड़ी को भी सुपरहिट कर दिया. इसके बाद माधुरी और अनिल ‘राम-लखन’, ‘परिंदा’और ‘कृष्ण-कन्हैया’ जैसी फिल्मों में साथ नजर आए .1990 में माधुरी ने इंद्र कुमार की फिल्म ‘दिल’ में काम किया.इस फिल्म में उनके अपोजिट आमिर खान थे. फिल्म सुपरहिट साबित हुई.माधुरी ने संजय दत्त और सलमान खान के साथ लव-ट्रेंगल फिल्म ‘साजन’ में काम किया. यह फिल्म भी एक बड़ी हिट साबित हुई. फिल्म के गाने भी काफी पसंद किए गए.इसके बाद माधुरी की फिल्म ‘बेटा’ आई. इस फिल्म में उनके हीरो अनिल कपूर थे. इस फिल्म ने माधुरी को फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का अवॉर्ड भी दिलवाया.‘बेटा’ फिल्म का गाना ‘धक धक करने लगा’ बॉलीवुड का फेवरेट सॉन्ग बन गया.‘बेटा’ के बाद माधुरी ‘खेल’, ‘प्रेम दिवाने’, ‘संगीत’ जैसी फिल्मों में दिखाई दीं.1993 में, माधुरी को निर्देशक सुभाष घई की फिल्म ‘खलनायक’ में काम करने का मौका मिला. जिसका गाना ‘चोली के पीछे क्या है’ सुपर-डुपर हिट रहा.निर्देशक सूरज बड़जात्या की फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ 1994 में रिलीज़ हुई.यह फिल्म हिंदी सिनेमा के इतिहास में भी सबसे बड़ी हिट फिल्म बन गई. इस फिल्म के लिए माधुरी को अपना तीसरा फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला.1997 में माधुरी यश चोपड़ा की फिल्म ‘दिल तो पागल है’ में नजर आई. फिल्म में शाहरुख खान और करिश्मा कपूर भी थे. इस फिल्म ने माधुरी को चौथा फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिलाया.माधुरी की विशाल व्यावसायिक सफलता के बावजूद, वह कला क्षेत्र में भी पीछे नहीं रहीं. उन्होंने प्रकाश झा की फिल्म ‘मृत्युदंड’ में भी काम किया. माधुरी ने फिल्म ‘देवदास’ और ‘वजूद’ में एक प्लेबैक सिंगर के तौर पर अपनी आवाज में गाने भी गाये। कत्थक मास्टर ‘बिरजू महराज’ जी ने खास तौर से माधुरी के लिए फिल्म देवदास का ‘काहे छेड़े’ गीत कोरियोग्राफ किया था और उस गीत में माधुरी ने लगभग 30 किलो की ड्रेस पहनी थी।देवदास फिल्म ने माधुरी को फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का अवॉर्ड भी दिलवाया.उन्होंने साल 2013 में रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘ये जवानी है दीवानी’ में एक गेस्ट अपीयरेंस के तौर पर ‘घाघरा…’ गाने में डांस किया था जो दर्शकों को बेहद पसंद आया था.माधुरी ने शादी के बाद फिल्मों को अलविदा कह दिया। उस वक्त वो अपने करियर के शिखर पर थीं। कुछ सालों बाद उन्होंने यशराज फिल्म्स की’आजा नचले’ फिल्म के जरिए वापसी भी की लेकिन वो कामयाब नहीं हुईं।बीच-बीच में माधुरी ने टीवी पर भी काम किया और कुछ रियलिटी शोज जज किए लेकिन आज वो अपनी ऑनलाइन डांस अकेडमी चला रही है।अप्रैल 2014 में 61वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में माधुरी अभिनीत ‘गुलाब गैंग’ फिल्म को सामाजिक मुद्दों से जुड़ी सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला.डेढ़ इश्किया (2014) फिल्म में माधुरी दीक्षित नसीरूद्दीन शाह के साथ दिखाई दीं.
फ़िल्मी दुनिया में कलाकारों से जुड़ी लव गॉसिप्स सबसे ज्यादा मिर्च-मसाला लगाकर सुनाई और बेची जाती हैं. माधुरी भी इन सबसे अछूती नहीं रहीं.फिल्म दयावान में विनोद खन्ना माधुरी दीक्षित के लिप लॉक सीन को लेकर कई तरह की बातें भी कहीं गईं.अनिल कपूर, संजय दत्त और यहां तक कि तीनों खानों के साथ भी उनके प्रेम के किस्से फ़िल्मी पत्रिकाओं में जमकर छपे. इन सबमें सबसे ज्यादा समय तक उनका नाम संजय दत्त के साथ जोड़ा गया.कहा जाता है कि खलनायक फिल्म की शूटिंग के दौरान ये दोनों एक दूसरे के करीब आए थे.कहा यह भी जाता है कि संजय दत्त का नाम टाडा में आते ही माधुरी ने बड़ी सफाई के साथ उनसे किनारा कर लिया.है.
माधुरी एकलौती ऐसी एक्ट्रेस हैं जिन्हें 14 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया जा चुका है.सन 2008 में उन्हें भारत सरकार के चतुर्थ सर्वोच्च नागारिक सम्मान पद्मश्री से सम्मनित किया गया। माधुरी दीक्षित को सन 2001 में नेशनल सिटीजन्स पुरस्कार की उपाधि से सम्मानित किया गया था।
फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार
2003 – फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार – देवदास 1998 – फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार – दिल तो पागल है
1995 – फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार – हम आपके हैं कौन 1993 – फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार – बेटा
1991-फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार -दिल