आज बछरावां विधानसभा में हो रही बिजली कटौती पर जनता को पूर्व सपा विधायक रामलाल अकेला एवं अखिलेश यादव सरकार की याद आ रही है कैसी है बिजली व्यवस्था??
गाँव में जब बिजली की जरूरत होती है तो बिजली काट दी जाती है और जब जरूरत नही होती तो बिजली दी जाती है। शाम को 7 बजे बिजली काट दी जाती है जो कि कभी 10 बजे आती है तो कभी 11 बजे। ये है योगी सरकार की बिजली व्यवस्था।
शाम को खाना खाने के लिए चिराग या मोमबत्ती जलाकर भोजन करना पड़ता है।अंधेरे में भोजन बनाया व खाया जाता है। आखिर शाम को क्यों नही दी जाती बिजली ??? जबकि दिन मे दी जाती है। रात को 10 बजे बिजली देने का क्या मतलब है? जब आवश्यकता होती है तो बिजली नही मिलती । ग्रामीण लोग रात में बिजली का उपयोग कैसे करेंगे।
और तो और कम से कम त्यौहार पर तो बिजली देना ही चाहिए ।आज जन्माष्टमी की रात भी बिजली नही है तो आखिर कैसे मान लें कि योगी सरकार एक हिंदुत्व की सरकार है???
योगी सरकार से अच्छा तो अखिलेश यादव ने काम किया था। पूरे 5 वर्ष में शाम को कभी लाइट नही काटी गयी। शाम को अवश्य ही बिजली रहती थी और त्यौहारों पर तो 16 – 22 घण्टों तक बिजली दी जाती थी । आज जनता फिर से अखिलेश सरकार को याद कर रही है।