स्वप्निल संसार लखनऊ। आज विश्व हृदय दिवस है। यह कॉर्डियो वैस्कुलर बीमारियों के प्रति जागरुकता फैलाने और इस बीमारी की रोकथाम के उपायों पर प्रकाश डालने के लिए एक ग्लोबल ईवेंट है। वल्र्ड हार्ट डे वल्र्ड हार्ट फाउंडेशन के द्वारा प्रारंभ किया गया है, जिसका लक्ष्य 2025 तक कॉर्डियोवैस्कुलर मौतों की संख्या को 25 प्रतिशत तक घटाना है।
एक तत्कालिक अध्ययन के अनुसार कॉर्डियोवैस्कुलर मौतें भारत में कुल मौतों की 25 प्रतिशत के बराबर हैं, यह आंकड़ा 3 मिलियन मौतों के बराबर है। इसके अतिरिक्त वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाईजेशन का अनुमान है, कि भारत में मौतें सर्कुलेटरी सिस्टम डिजीज के कारण होती हैं, और ये 1985 से 201७ के बीच दोगुनी होने का अनुमान है। कैलिफोर्निया एलमंड्स दशकों से हृदय के स्वास्थ पर अनुसंधान के लिए समर्पित है। इसने नियमित रूप से बादाम खाए जाने और कॉर्डियोवैस्कुलर स्वास्थ के बीच सकारात्मक संबंध के बारे में कई अध्ययन प्रकाशित किए हैं। वास्तव में लगभग दो दशकों का अनुसंधान स्वस्थ हृदय और स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल स्तरों को बनाए रखने में मदद करने के लिए बादाम की भूमिका का समर्थन करता है।
लखनऊ स्थित न्यूट्रिशनिस्ट और डायटिशियन डॉ. सुरभि जैन ने कहा,स्वस्थ संतुलित आहार के द्वारा हृदय की बीमारी के खतरे को टालने में मदद मिलती है, और यदि आपको पहले से हृदय की समस्या है, तो स्वस्थ आहार से आपके हृदय को लाभ मिल सकता है। लगभग मुठठी भर बादाम रोज खाने की कोशिश करें, क्योंकि इनमें विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है और आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल के नुकसानदायक ऑक्सीडेशन को रोकने में मदद करता है। विश्व हृदय दिवस पर आप बदलाव ला सकते हैं। जीवनशैली में छोटे से परिवर्तन आपके हृदय के स्वास्थ पर बड़ा प्रभाव डालते हैं। कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर पोशक तत्वों से भरपूर बादामों के प्रभाव की जांच के अध्ययनों में निम्न प्रमुख बातें सामने आईं। नियमित रूप से व्यायाम करें आपका हृदय एक मांसपेशी है और इसे फिट रहने के लिए नियमित व्यायाम की जरूरत होती है, ताकि यह आपके शरीर में नियमित रूप से रक्त प्रवाहित कर सके। प्रतिदिन 30 मिनट का हल्का व्यायाम अवश्य करें। लिफ्ट में जाने की बजाए, सीढी पर चढ़ें और छोटी दूरियों पर वाहन में जाने की बजाए पैदल चलें। व्यायाम से आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनता है और सेहत भी अच्छी रहती है। (यह तनाव को भी काफी हद तक कम करता है। स्वस्थ, संतुलित आहार लें ऐसे आहार से दूर रहें, जिसमें सैचुरेटेड फैट्स और शुगर की मात्रा अधिक हो और नमक काफी कम मात्रा में मिले। एक संतुलित आहार लेने की कोशिश करें, जिसमें ताजे फल और सब्जियों, ऑईली फिश, होलग्रेन ब्रेड, होल व्हीट पास्ता की मात्रा काफी अधिक हो और कम से कम 8 से 10 ग्लास पानी प्रतिदिन मिले। इसमें बादाम को भी शामिल करें। हाल ही में एक अध्ययन में एक स्नैक के रूप में बादाम खाए जाने को अनुमानित 10 वर्ष में कोरोनरी हार्ट डिजीज के खतरे में कटौती के साथ जोड़ा गया। वास्तव में प्रतिदिन बादाम की 30 ग्रा. की मात्रा लेने से 10 वर्षों के लिए यह खतरा 3.5 प्रतिशत तक घट जाता है। स्नैकिंग की स्वस्थ आदतें प्रारंभ करें आवश्यक पोषक तत्वों के साथ बादाम बेहतरीन ऑन-द-गो स्नैक हैं, जो आप कभी भी और कहीं भी खा सकते हैं। इनमें विटामिन और मिनरल्स हैं और यह व्यक्ति के आहार में आसानी से शामिल किए जा सकते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल को कम करके स्वस्थ हृदय बनाए रखने में मदद करते हैं। डॉ. समदर ने कहा,प्रतिदिन सूखा भुना हुआ, हल्के नमक के साथ मुठठी भर बादाम भूख की पीड़ा को कम करता है और शरीर का वजन बढ़ाए बिना विटामिन ई एवं मोनोसैचुरेटेड फैट के इनटेक को बढ़ाता है। धूम्रपान त्याग दें हम सभी जानते हैं, कि धूम्रपान फेफड़ों के लिए बुरा है, लेकिन हमारे हृदय पर इसका उससे भी बुरा असर पड़ता है। हृदय को रक्त सप्लाई करने वाली कोरोनरी आर्टरी समयान्तर में फैट डिपोजिट के कारण बाधित हो जाती हैं। धूम्रपान इन आर्टरीज को संकरा करने में मदद करता है, जिसके कारण हृदयाघात हो सकता है। क्या आप हृदय का ख्याल करते हुए यह आदत त्याग सकते हैं। इसका माप रखेंं वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाईजेशन की ग्लोबल हेल्थ स्टेटिस्टिक्स की रिर्पोट के अनुसार भारत में 25 वर्ष से अधिक आयु के 23.10 प्रतिशत पुरुष और 22.60 प्रतिशत महिलाएं हाईपरटेंशन से ग्रसित हैं। इसलिए अपने जनरल फिजिशियन से नियमित तौर पर अपने रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराएं। स्वस्थ हृदय के लिए कोई शॉर्टकट नहीं है। यह स्वस्थ जीवनशैली की दिशा में एक सचेत कदम है, जिसको बार बार दोहराए जाने और मजबूत इच्छाशक्ति की जरूरत होती है। सभी पोशक तत्वों से भरपूर अच्छा और संतुलित आहार खाकर, व्यायाम करके और पर्याप्त नींद लेकर एवं धूम्रपान छोड़कर आप अपने हृदय को बीमारियों से सुरक्षित कर सकते हैं। जीवनशैली में ये सरल से बदलाव फौरन करें और आप एक स्वस्थ हृदय के साथ एक स्वस्थ जीवन प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ जाएंगे।