डेरा सच्चा सौदा की तलाशी : कई रहस्य
सिरसा (हरियाणा)। डेरा सच्चा सौदा के महंत गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद आज उनके रहस्यमयी आश्रम की तलाशी शुरू हुई तो कई रहस्य सामने आ रहे हैं। मीडिया को वहां जाने से रोक दिया गया है लेकिन जो खबरें मिली हैं उनके अनुसार डेरा सच्चा सौदा आश्रम में पुरानी व प्लास्टिक की करेंसी मिली हैं। अद्र्धसैनिक बल और हरियाणा पुलिस के नेतृत्व में तलाशी के लिए 50 टीमें बनायी गयी हैं। आश्रम में नरकंकाल और विस्फोटक की आशंका को देखते हुए जेबीसी भी मंगा ली गयी है। डेरे में एक कंट्रोल रूम बना हुआ है। उसके साथ ही तीन अन्य कमरों को सील कर दिया गया है। आश्रम में तलाशी को लेकर राज्य भर में सतर्कता भी बढ़ा दी गयी है ताकि डेरा समर्थक कोई उपद्रव न कर सकें। डेरे के पास प्लास्टिक करेंसी का मिलना यही दर्शाता है कि बाबा राम रहीम वहां पर समानांतर सरकार चला रहे थे। आश्रम से बिना लेबल वाली दवाएं और बगैर नम्बर वाली ओबी वैन व कार भी मिली है। पूरे क्षेत्र में गहमागहमी का माहौल है। घुड़सवार पुलिस लगातार चक्कर लगाती देखी गयी। (हिफी)
रघुवर दास ने बनाया रिकार्ड
रांची। झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड में एक बार में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने के रिकार्ड के साथ-साथ अपने कार्यकाल में सर्वाधिक कैबिनेट की बैठकें करने का भी रिकॉर्ड बना लिया है। मुख्यमंत्री के रूप में 985 दिनों के कार्यकाल में उन्होंने कुल 112 कैबिनेट बैठकें कीं और इस दौरान मंत्रिमंडल ने 2155 विषयों पर चर्चा कर निर्णय लिए। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य के र्पत्येक गांव को डिजिटल बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। गत दिनों विभिन्न बैंकों के राज्य र्पमुखों के साथ बैठक में उन्होंने बैंकों को हर माह १००० गांवों को डिजिटल बनाने का टास्क सौंपा। उन्होंने बैंकर्स से कहा कि वे डिजिटल झारखंड के सपने को साकार करने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर समयबद्ध तरीके से काम करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नया भारत बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को पूरा करने के लिए हम नया झारखंड बनाकर सहयोग देंगे। इसमें बैंकों की अहम भूमिका होगी। बैंकर्स चाह लें तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है। झारखंड में छोटे-छोटे गांव हैं यह लक्ष्य ज्यादा कठिन नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस वर्ष को गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मना रही है। गरीबों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रहीं हैं, इसमें बैंक सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा, ग्रामीण बस सेवा के लिए सरकार सब्सिडी दे रही है, बैंक लोन से संबंधित आवेदनों को त्वरित गति से निष्पादित करें। प्रधानमंत्री रोजगार योजना के लंबित आवेदनों को लटकाएं नहीं। सीएम ने कहा कि सरकार राज्य में लघु उद्योगों का जाल बिछा रही है। इन्हें बैंकों से ऋण की जरूरत है। ऐसे आवेदनों को बैंक जल्द निष्पादित करें। (हिफी)
गौरी लंकेश मामले में भाजपा विधायक का विवादित बयान
चिक मंगलूर । मुखर विचारों वाली पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में विशेष जांच टीम जांच कर रही है लेकिन इस बीच कर्नाटक के श्रृंगेरी से भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री जीवराज ने चिकमंगलूर में सनसनीखेज बयान दिया है। विधायक जीवराज ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि गौरी लंकेश ने अगर आरएसएस के खिलाफ नहीं लिखा होता तो आज वह जिंदा होतीं। भाजपा विधायक ने कहा कि गौरी लंकेश जिस तरह लिखती थीं, वो बर्दाश्त के बाहर था। विधायक ने बयान में कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में कई आरएसएस कार्यकर्ताओं ने जान गंवाई है। गौरी मेरी बहन जैसी है लेकिन जिस तरह से उन्होंने हमारे खिलाफ लिखा, वो स्वीकार नहीं किया जा सकता। (हिफी)
चुनाव चिह्न पर शरद को चुनौती
पटना । जदयू अपने बागी नेता शरद यादव और उनके गुट को घेरने की तैयारी में लगी है। इन बागी नेताओं ने पार्टी के चुनाव चिन्ह पर अपना दावा किया है, इसके खिलाफ पार्टी ने चुनाव आयोग जाने का फैसला लिया और पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को अपना शपथ पत्र सौंपा है। इस मुलाकात में पार्टी के चुनाव चिन्ह पर शरद के दावे को चुनौती दी गई है।
जदयू की ओर से ललन सिंह, आरपीसी सिंह, संजय झा और केसी त्यागी चुनाव आयोग कार्यालय पहुंचे और आयोग के समक्ष अपनी पार्टी का पक्ष रखा। चुनाव आयोग में अपना दावा पेश करने के बाद मीडिया से बातचीत में नीतीश गुट के नेता संजय झा ने कहा कि हमारे पास 71 विधायक, 30 विधान पार्षद, 7 राज्य सभा सदस्य और दो लोकसभा सदस्य का समर्थन है। इसके अलावा पार्टी के सभी राज्यों के नेताओं के साथ पदाधिकारियों के नीतीश के पक्ष में शपथ-पत्र है। उसे हमने आयोग को सौंप दिया है। संजय झा ने शरद यादव के दावे को बिल्कुल खारिज किया। जदयू प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त ए के जोटी, चुनाव आयुक्त ओम र्पकाश रावत और सुनील अरोड़ा के समक्ष अपनी पार्टी का पक्ष रखा और अपना शपथ पत्र सौंपा जिसमें पार्टी सिंबल के बारे में दावा किया गया है। बता दें कि शरद गुट ने २५ अगस्त को चुनाव आयोग के सामने पार्टी और निशान पर अपना दावा किया था। इससे पहले जदयू का एक र्पतिनिधिमंडल राज्यसभा के सभापति वैकेंया नायडू से मिलकर शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता खत्म करने की मांग कर चुका है, लेकिन पार्टी की दावेदारी को लेकर मामला फिलहाल चुनाव आयोग में चल रहा है। (हिफी)
