दुष्यंत कुमार त्यागी हिंदी कवि और ग़ज़लकार थे। समकालीन हिन्दी कविता विशेषकर हिन्दी ग़ज़ल के क्षेत्र में जो लोकप्रियता दुष्यंत कुमार को मिली, वो दशकों बाद विरले किसी कवि को नसीब होती है। दु... Read more
जयंती पर विशेष मेरा नाम मुसलमानों जैसा है मुझ को कत्ल करो और मेरे घर में आग लगा दो। मेरे उस कमरे को लूटो जिस में मेरी बयाज़ें जाग रही हैं और मैं जिस में तुलसी की रामायण से सरगोशी कर के कालि... Read more
जयंती पर विशेष-डा. फादर कामिल बुल्के (Dr. Father Kamil Bulcke) मृत्यु पर्यंत हिंदी, तुलसी और वाल्मीकि के भक्त रहे । उन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र मे भारत सरकार द्वारा 1974 में पद्म भ... Read more