संजय लीला भंसाली की फिल्म पदमावती पर प्रतिबंध के लिए कई संगठनों ने आज फिर विरोध प्रदर्शन किया। इस तरह ‘पद्मावती पर विवाद गहराता जा रहा है, कई समुदायिक संगठनों से जुड़े सैकड़ों लोगों ने रैली निकाल कर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं। ये लोग नारेबाजी करते हुए शहर की मुख्य सड़कों से गुजरते हुए जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शनकारी हाथो में तख्तियां लिए हुए थे जिन पर ऐतिहासिक तथ्यों को तोडऩे मरोडऩे के कारण फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग की गई है। राजस्थान से भाजपा विधायक दिव्या कुमारी ने भी प्रदर्शन में भाग लिया। उन्होंने कहा, ‘राजस्थान की महिलाएं इस फिल्म से बेहद निराश हैं। कई संगठनों ने भंसाली पर फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। हालांकि भंसाली पहले ही आरोपों का खंडन करते हुए कह चुके हैं कि यह फिल्म उनकी ओर से रानी पद्मावती के ‘बलिदान, पराक्रम और सम्मान को श्रद्धांजलि है। राजपूताने में पदमावती और अलाउद्दीन खिलजी के प्रेम की बात गले के नीचे नही उतर रही है और इससे वे आक्रोशित हैं। (हिफी)
