किसी ने लिखा है कि मुसलमानों की एकता देखनी हो तो किसी नामालूम से मौलवी के इस्लाम खतरे में है के नारे के बाद उमडी हुई मुसलमानों की भीड़ में देखिये ,या किसी मुशायरे में एक दुसरे पर गिरते पड़ते म... Read more
नागार्जुन प्रगतिवादी विचारधारा के लेखक और कवि थे। नागार्जुन ने 1945 के आसपास साहित्य सेवा के क्षेत्र में क़दम रखा। शून्यवाद के रूप में नागार्जुन का नाम विशेष उल्लेखनीय है। नागार्जुन का असल... Read more