स्वप्निल संसार। लखनऊ। बीते शनिवार 16 दिसंबर की रात हज़रतगंज इलाके में पूर्व भाजपा विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। लखनऊ पुलिस ने आज 19 दिसंबर की दोपहर में दोनों हत्यारों विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला को लखनऊ कचेरी से गिरफ्तार कर लिया।
दोनों अभियुक्त वहां आत्मसमर्पण करने आये थे जहाँ पर क्राइम ब्रांच और वजीरगंज पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
वैभव हत्याकांड
वैभव कसमंडा हाउस के एक फ्लैट में रहता था। रात करीब नौ बजे उसके परिचित सूरज शुक्ला ने फोन कर मिलने के लिए हजरतगंज चौराहा बुलाया जहां आपस में झगड़े के बाद उसने वैभव के सीने पर गोली मार दी। पुलिस को आधा घंटे तक वारदात की भनक नहीं लगी। वहीं सूचना पाकर भटकती हुए पुलिस लोहिया अस्पताल पहुंची तो वहां वैभव का शव मिला।
प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज से पूर्व विधायक रह चुके हैं। उनका बेटा यहां कसमंडा अपार्टमेंट में रहता था। रात को वैभव का रिश्तेदार गोमतीनगर निवासी आदित्य उससे मिलने आया था। दोनों सड़क पर टहल रहे थे तभी सूरज शुक्ला का फोन आ गया। सूरज ने बिजनेस के सिलसिले में बातचीत के लिए उसे हजरतगंज चौराहा बुलाया। दोनों टहलते हुए चौराहा पहुंचे जहां सूरज व उसका एक साथी खड़े थे। बातचीत के दौरान दोनों में किसी बात को लेकर तनातनी हो गई। सूरज ने गाली-गलौज की जिसका वैभव ने विरोध किया। इस पर सूरज ने पिस्टल निकालकर तान दी। वैभव ने उसे चेतावनी दी तो सूरज ने फायर कर दिया। गोली वैभव के सीने पर लगी और वह चीखते हुए वहीं गिर पड़ा। इस बीच सूरज और उसका साथी मौके से भाग निकले। आदित्य ने आसपास के लोगों की मदद से वैभव को कार पर लादा और लोहिया अस्पताल ले गया। हालांकि, रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।