वेंकैया ने मंत्रियों के कसे पेंच
नई दिल्ली। राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने मंत्रियों के पेंच कसने शुरू कर दिये हैं। उन्होंने ने लोकसभा में संसदीय कार्यमंत्री को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं कि सदन की कार्यवाही शुरू होने पर मंत्री सदन में मौजूद रहें।
यह मामला इसलिए उठा कि राज्यसभा में बैठक शुरू होने पर सभापति ने आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाने के लिए मंत्रियों के नाम पुकारे। पहला नाम पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का था लेकिन वह सदन में मौजूद नहीं थे। इसी प्रकार सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग राज्यमंत्री गिरिराज सिंह और गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू भी सदन में मौजूद नहीं थे। इनको भी आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखने थे। इसी के बाद उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने तीखे शब्दों में कहा कि संसदीय कार्यमंत्री को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सदन की कार्यवाही शुरू होने पर मंत्री सदन में मौजूद रहें। (हिफी)
महबूबा ने की हिंसा खत्म करने की अपील
जम्मू। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मुठभेड़ के दौरान हुई एक युवती की मौत पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि राज्य में हिंसा को समाप्त करने के लिए सरकार और सिविल सोसाइटी को साथ मिलकर काम करना चाहिए। शोपियां जिले में 19 दिसम्बर को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में रूबी नाम की युवती घायल हो गई थी जिसकी बाद में अस्पताल में मौत हो गई थी।महबूबा ने एक ट्वीट में कहा,शोपियां जिले के बटमुरान गांव में गोलीबारी के दौरान एक युवती की मौत से दुखी हूं। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंसक घटनाओं की जद में स्थानीय और निर्दोष लोग आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि सिविल सोसाइटी और सरकार को राज्य में हिंसा समाप्त करने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए। (हिफी)
पड़ोस की जीत से मजबूत हुए फडणवीस
नागपुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने गत दिनों कहा कि पड़ोसी राज्य गुजरात के विधानसभा चुनाव परिणाम से उनकी सरकार को मजबूती मिली है।कांग्रेस की जीत की उम्मीद जताने वालों के साथ ही बीजेपी की मुखर सहयोगी शिवसेना पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए फडणवीस ने कहा कि चुनाव परिणाम के पहले जो (उत्साह से ) उछल रहे थे उन्हें मुंह की खानी पड़ी।इन नतीजों ने हमें और मजबूत और स्थिर बनाया है। महाराष्ट्र विधानमंडल के मौजूदा शीतकालीन सत्र के इतर मीडिया से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि परिणाम से पता चलता है कि मतदाताओं ने विपक्ष पर भरोसा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि पिछली बार की तुलना में हमने भले कम सीटें जीती हों लेकिन हमें लगभग 50% मत मिला। यह साफ दिखाता है कि लोग हमारे साथ मजबूती से खड़े हैं। महाराष्ट्र में भी लोगों ने हमें और कुछ जगहों पर (शिव) सेना को वोट दिया। वे कांग्रेस और राकांपा को नहीं चाहते। (हिफी)
मेधावी छात्रों को स्मार्ट फोन देंगे चौहान
भोपाल। सरकार ने मेधावी छात्रों को स्मार्ट फोन की योजना जारी रखने का फैसला किया है। सरकार ने ये भी तय किया है कि छात्र-छात्राओं को उनकी जरूरत के हिसाब से स्मार्ट फोन दिए जाएंगे। ये फैसला सुबह हुई शिवराज कैबिनेट की बैठक में किया गया। कैबिनेट बैठक में हुए फैसलों की जानकारी देते हुए मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि स्मार्टफोन योजना के तहत बेहतर गुणवत्ता के फोन या टेबलेट जो भी दिए जा सकते हैं वो दिए जाएंगे। सरकार ने इसके लिए 154 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की। गौरतलब है कि सरकार कॉलेज में प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले छात्रों को स्मार्टफोन देती है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) की सेवाएं भी साल 2018 तक जारी रखने का अहम फैसला हुआ। बैठक में ये तय किया गया कि जितना काम उतना दाम के आधार पर ही कंपनी को भुगतान होगा। इसके अलावा सरकार ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में संविदा पर काम कर रहे करीब 1000 तकनीशियनों के मानदेय बढ़ाने का भी फैसला किया। इसे 65 से बढ़ाकर 75 रुपए प्रति हैंडपंप कर दिया गया है। एक माह में 120 हैंडपंप सुधारने तक भुगतान होगा। साथ ही एससी और एसटी के छात्रों को मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति भी साल 2020 तक दी जाती रहेगी। सरकार ने इसमें आय सीमा 3 लाख रुपए से बढ़ाकर 6 लाख रुपए कर दी है। ढाई लाख रुपये तक की आय सीमा पर कम केंद्र सरकार से राशि मिलेगी जबकि उससे अधिक पर जो खर्च होगा वह राज्य सरकार वहन करेगी। (हिफी)