क्यों मनाया जाता है प्रवासी भारतीय दिवस?
नई दिल्ली । एजेंसी । भारत सरकार हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन करती है। महात्मा गांधी इसी दिन दक्षिण अफ्रीका से 1915 में स्वदेश वापस लौटे थे। महात्मा गांधी को सबसे बड़ा प्रवासी माना जाता है जिन्होंने न सिर्फ भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया बल्कि भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रथम प्रवासी सांसद सम्मेलन का उद्घाटन किया। इसमें विदेश मंत्रालय के न्यौते पर 23 मुल्कों के 140 से ज्यादा सांसद नई दिल्ली में हो रहे इस सम्मेलन में शामिल हुए। सांसदों के अलावा इस कार्यक्रम में विदेशों से मेयर भी शामिल हुए।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आपको यहां देखकर आपके पूर्वजों को कितनी प्रसन्नता हो रही होगी, इसका अंदाजा हम सभी लगा सकते हैं। वो जहां भी होंगे, आपको यहां देखकर बहुत खुश होंगे। सैकड़ों वर्षों के कालखंड में भारत से जो भी लोग बाहर गए, भारत उनके मन से कभी बाहर नहीं निकला।
अप्रवासी भारतीय सांसदों से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत से कुछ लोगों को किसी कारणवश जाना पड़ा या उनको बहला-फुसलाकर ले जाया गया। लेकिन वो जहां भी गए अपने अंदर भारतीयता जीवित रखा। ये लोग भले ही यहां से चले गए, लेकिन अपनी आत्मा का एक अंश इसी मिट्टी पर छोड़कर गए थे। आज आपको यहां देखकर आपके पूर्वज यहां देखकर सर्वाधिक खुश हुए होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”यह कोई आश्चर्य की बात नहीं कि भारतीय मूल के प्रवासी जहां भी गए, वहीं पूरी तरह एकीकृत हो कर, उस जगह को अपना घर बना लिया। उन्होंने जहां एक तरफ खुद में भारतीयता को जीवित रखा, तो दूसरी तरफ वहां की भाषा, वहां के खान-पान, वहां की वेश-भूषा में भी पूरी तरह घुल-मिल गए।”
अप्रवासी भारतीय सांसदों से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अप्रवासी भारतीय सांसदों के रूप में आज एक मिनी वर्ल्ड पार्लियामेंट मेरे सामाने है। उन्होंने कहा कि पिछले सालों में भारत में विदेशी निवेश में काफी इजाफा हुआ है। पिछले तीन-चार सालों में दुनिया का फोकस दुनिया पर बढ़ा है।
http://p2k.5a6.mywebsitetransfer.com/हम-हैं-दीवाने-तेरे-नाम-के/
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आप लोग लंबे समय से अलग-अलग देशों में रह रहे हैं। आपने अनुभव किया होगा कि पिछले तीन-चार वर्षों में भारत के प्रति नजरिया बदल गया है। हम पर फोकस बढ़ रहा है, विश्व का हमारे प्रति नजरिया बदल रहा है, तो इसका मुख्य कारण यही है कि भारत स्वयं बदल रहा है, ट्रांस्फोर्म हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जैसा पहले था, वैसे ही चलता रहेगा, कुछ बदलेगा नहीं”, इस सोच से भारत अब बहुत आगे बढ़ चुका है। भारत के लोगों की आशाएं-आकांक्षाएं इस समय उच्चतम स्तर पर हैं। व्यवस्थाओं में हो रहे संपूर्ण परिवर्तन का, एक अपरिवर्तनीय बदलाव का परिणाम आपको हर सेक्टर में नजर आएगा।
उन्होंने कहा कि मैंने कुछ समय पहले योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसका भरपूर समर्थन मिला था। उन्होंने कहा कि जब नेपाल में भूकंप आया, तो भारत ने कदम उठाए और मदद की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में जो भी निवेश हुआ है। उसका आधा निवेश पिछले 3 सालों में हुआ। गुड्स एंड सर्विस टैक्स से देश का सुधार किया है। सैकड़ों टैक्स के जाल से भारत को निकाला है। भारत अभी दुनिया का सबसे नौजवान देश है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में दोगुनी तेजी से नई रेलवे लाईन बिछ रही है। आज देश बहुत तेजी से तरक्की कर रहा है। उन्होंने कहा राज्यों को किरोसिन मुक्त बनाने की ओर कदम बढ़ाया है। उज्जवला योजना से देश की 3 करोड़ महिलाओं को इससे फायदा हुआ है।
उन्होंने कहा कि मैं जब भी किसी देश की यात्रा करता हूँ, तो मेरा प्रयास होता है कि वहां रहने वाले भारतीय मूल के लोगों से मिलूं। मेरे इस एफर्ट का सबसे बड़ा कारण है कि मैं मानता हूं कि विश्व के साथ भारत के संबंधों के लिए यदि सही मायने में कोई Permanent Ambassadors हैं तो वो भारतीय मूल के लोग हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 में होने वाले कुंभ मेले का भी जिक्र किया, उन्होंने कहा कि यूपी सरकार इसके लिए व्यापक तैयारी कर रही हैं। अगले साल जब आप भारत आएं तो कुंभ मेले का भी दर्शन करें। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी से आग्रह किया कि अपने देश में इस बात को बताएं।
उन्होंने कहा कि अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए दुनिया की सभी समस्याओं को सुलझाया जा सकता है। न्यू इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए आप के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं। पीएम ने कहा कि 21वीं सदी भारत की है, लेकिन हमारी नज़र किसी की जमीन पर नहीं है।पीआईबी फोटो