लखनऊ। गीता परिवार उ.प्र. के अंतर्गत बाल संस्कार केन्द्र के बच्चों ने बबुरियाखेड़ा (बड़ा गांव) काकोरी, लखनऊ में महाशिवरात्रि उत्सव धूमधाम से मनाया। इस पर्व पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई, बच्चों को शिव-पार्वती, राधा-कृष्ण के वेशभूषा में सजे हुए थे और साथ ही जय-जय महादेव शम्भू, हर-हर महादेव के मधुर गीत पर मनमोहक नृत्य करते हुए जिस मार्ग से गुजर रहे थे लोगों को पुष्पवर्षा करने पर मजबूर कर रहे थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों में जितेन्द्र यादव, पूर्व प्रधान काकोरी क्षेत्र, गुड्डू लोधी, पूर्व पार्षद, अनिल कश्यप, ग्राम प्रधान, नागेन्द्र यादव, ग्राम प्रधान बड़ा गांव, रमेश, आरएसएस काकोरी क्षेत्र प्रमुख, गजोधर प्रसाद, केन्द्र संरक्षक की गरिमामयी उपस्थिति थी। सभी मुख्य अतिथियों का अभिनन्दन डा. आशू गोयल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गीता परिवार ने स्मृति चिन्ह देकर किया। शिविर संयोजक जितेन्द्र कुमार ने बच्चों में पार्थिव शिवलिंग बनाने की प्रतियोगिता, दीप्ति पाण्डेय ने शिव तांडव नृत्य का मनामोहक प्रस्तुति, सर्वेश राजपूत ने शिव पार्वती की रंग भरो प्रतियोगिता, ज्येति शुक्ला, दिव्या व आशुतोष ने शिवस्तोत्र, रमेश ने शिवकथा के माध्यम से शिवरात्रि के महत्व के बारे बताया। डा. आशू गोयल ने बताया कि शिवजी की उपासना निराकार व साकार स्वरूप दोनों में होती है शंकर से शिव बनने की प्रक्रिया है। अपने इन्द्रियांे को विजय प्राप्त कर करना सीख जाये। कामदेव को भस्म करने वाले शिव इन्द्रियों अधिष्ठाता के रूप देखते है। जिन्होंने अपनी इन्द्रियांे को समेट लिया। कार्यक्रम व्यवस्थापक देशराज राजपूत ने बताया कि भगवान शिव की आराधना विशेष पर्व हैं आज ही के दिन भगवान शिव की लिंग रूप में उत्पत्ति हुई थी साथ ही शिव पार्वती का विवाह हुआ था। इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ पार्थिव शिवलिंग में किरन, अनुष्का, सौम्या, पूजा, अंजली, रंग भरो प्रतियोगिता में पूनम, सुमन, राधा, शिव पार्वती वेशभूषा में कोमल पाल, रीना पाल, दीप्ति पाण्डेय, सौम्या पाण्डेय को मुख्य अतिथियों ने पुरस्कृत किया। इस अवसर पर दीप्ति पाण्डेय के शिविर कार्यों को देखते हुए केन्द्र प्रमुख पद दिया गया।