जयंती पर विशेष-स्वप्निल संसार’, अलबर्ट आइंस्टाइन प्रसिद्ध वैज्ञानिक और सैद्धांतिक भौतिकविद् थे। वे सापेक्षता के सिद्धांत और द्रव्यमान ऊर्जा समीकरण E = mc2 के लिए जाने जाते हैं। उन्हें सैद्धांतिक भौतिकी, खासकर प्रकाश-विद्युत ऊत्सर्जन की खोज के लिए 1921 में नोबेल पुरस्कार मिला था। अलबर्ट आइंस्टाइन का जन्म (14 मार्च 1879) जर्मनी में वुटेमबर्ग के यहूदी परिवार में हुआ। उनके पिता हर्मन आइंस्टाइन इंजीनियर और सेल्समैन थे। उनकी मां का नाम पौलीन आइंस्टाइन थी। हालांकि अलबर्ट आइंस्टाइन को शुरू-शुरू में बोलने में कठिनाई होती थी, लेकिन वे पढाई में अव्वल थे। उनकी मात्रभाषा जर्मन थी और बाद में उन्होंने इटालियन और अंग्रेजी सीखी। उनका परिवार यहूदी धार्मिक परम्पराओं को नहीं मानता और अलबर्ट आइंस्टाइन कैथोलिक विद्यालय में पड़ने गये। अपनी माँ के कहने पर उन्होंने सारंगी बजाना सीखा। उन्हें ये पसन्द नहीं था और बाद में इसे छोड़ भी दिया, लेकिन बाद में उन्हें मोजार्ट के सारंगी संगीत में बहुत आनन्द आता था। 1893 में अलबर्ट आइंस्टाइन कैथोलिक प्राथमिक स्कूल में पढ़े। हालांकि आइंस्टीन ने कठिनाई से बोलना सीखा वे प्राथमिक स्कूल में एक अव्वल छात्र थे। अलबर्ट आइंस्टाइन ने मजे के लिए मॉडल और यांत्रिक उपकरणों का निर्माण किया और गणित में प्रतिभा दिखना भी शुरू किया।
1889 मैक्स तल्मूड ने दस वर्षीय आइंस्टीन को विज्ञान के महत्त्वपूर्ण ग्रंथों से वाकिफ कराया। तल्मूड एक गरीब यहूदी मेडिकल छात्र था। यहूदी समुदाय ने तल्मूड को छह साल के लिए प्रत्येक गुरुवार को आइंस्टाइन के साथ भोजन करने की व्यवस्था की। इस समय के दौरान तल्मूड ने पूरे दिल से कई धर्मनिरपेक्ष शैक्षिक हितों के माध्यम से आइंस्टाइन को निर्देशित करता। आइंस्टाइन ने सापेक्षता के विशेष और सामान्य सिद्धांत सहित कई योगदान दिए। उनके अन्य योगदानों में-सापेक्ष ब्रह्मांड, केशिकीय गति, क्रांतिक उपच्छाया, सांख्यिक मैकेनिक्स की समस्या, अणुओं का ब्राउनियन गति, अणुओं की उत्परि वर्त्तन संभाव्यता, एक अणु वाले गैस का क्वांटम सिद्धांत, कम विकिरण घनत्व वाले प्रकाश के ऊष्मीय गुण, विकिरण के सिद्धांत, एकीक्रीत क्षेत्र सिद्धांत और भौतिकी का ज्यामितीकरण शामिल है।
अलबर्ट आइंस्टाइन ने पचास से अधिक शोध-पत्र और विज्ञान से अलग किताबें लिखीं। 1999 में टाइम पत्रिका ने शताब्दी-पुरूष घोषित किया। एक सर्वेक्षण के अनुसार वे सार्वकालिक महानतम वैज्ञानिक माने गए। आइंसटाइन शब्द बुद्धिमान का पर्याय माना जाता है।
अलबर्ट आइंस्टाइन ने कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए और 1922 में उन्हें भौतिकी में “सैद्धांतिक भौतिकी के लिए अपनी सेवाओं, और विशेषकर फोटोईक्लेक्ट्रिक प्रभाव के कानून की खोज के लिए” नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1921 में कोई भी नामांकन अल्फ्रेड नोबेल द्वारा निर्धारित मापदंडो में खरा नहीं उतर, तो 1921 का पुरस्कार आगे बढ़ा 1922 में आइंस्टीन को इससे सम्मानित किया गया। आइंसटाइन की मृत्यु 18 अप्रैल 1955 को प्रिंस्टन, न्यू जर्सी,में हुई थी।