लख़नऊ। स्वप्निल संसार। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि विगत एक वर्ष में राज्य में अराजकता व्याप्त है। भाजपा राज का आचरण जन-विरोधी है। किसान-बेरोजगार आत्महत्या करने को मजबूर हैं। बच्चियों से बलात्कार और महिलाओं का उत्पीड़न थमने का नाम नहीं ले रही है।
अखिलेश यादव आज यहां राज्य भर से आये समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेताओं की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा है कि भाजपा नेताओं के अलोकतांत्रिक आचरण के कारण ही कानून-व्यवस्था चैपट है। भाजपा नेता स्वयं कानून हाथ में ले रहे है। भाजपाई और अपराधियों की सांठगांठ का ही परिणाम है कि राज्य में भय और आतंक का वातावरण बन गया है। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं की यह जिम्मेदारी है कि जहां भी अन्याय की घटनाएं घटित होती है वहां तत्काल पहुंच कर पीड़ितों की हर सम्भव मदद करने के लिए सक्रिय रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में अन्याय और अत्याचार की कोई सीमा नहीं है। भाजपाई समाजवादी पार्टी और बसपा के गठबंधन से पूरी तरह बौखलायें हुए है।
श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के गठबंधन से भाजपा की भाषा बदलती जा रही है। सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा शिष्टाचार से शून्य है। साथ ही राजनैतिक मर्यादा का अभाव है। भाजपा के लोगों के बयान असंसदीय और लोकतंत्र विरोधी है। भाजपा नेता विपक्षी नेताओं के विरूद्ध जिस भाषा का प्रयोग करते है वह न तो शिष्ट है और न लोकतंत्र में उसके लिए कोई स्थान हो सकता है।
श्री यादव ने कहा कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हुयी है। जनता का जो रूपया नोटबंदी के दौरान बैंको में जमा हुआ था, वही रूपया लेकर कई लोग विदेश भाग गये। नोटबंदी से भ्रष्टाचार बढ़ा है। केन्द्र सरकार इसका जवाब नहीं दे पा रही है। देश का युवा नौकरी और रोजगार की समस्या का समाधान चाहता हैं। भाजपा की केन्द्र सरकार के कार्यकाल में बेरोजगारी तीव्रता से बढ़ी हुई है। भाजपा की युवा विरोधी नीतियों की वजह से नौजवान सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गये है। उत्तर प्रदेश में 500 शिक्षामित्र अब तक आत्महत्या कर चुके हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि देश को तरक्की और समृद्धि के रास्ते पर ले जाने का काम समाजवादी ही कर सकते है। बिना इन्फ्रास्टक्चर पर काम किये रोजगार नहीं मिल सकता। इसीलिए समाजवादी पार्टी सरकार में एक्सप्रेस-वे सड़क शिक्षा, चिकित्सा, सिंचाई, कृषि मण्ड़ियों की व्यवस्था आदि की स्थायी समाधान सहित अवस्थापना से जुड़े अनेक विकास कार्य हुए थे। जिससे जनता में खुशहाली लाई जा सके।
शिक्षा और स्वास्थ्य की दिशा में समाजवादी सरकार में महत्वपूर्ण काम हुए थे। आधी आबादी की सुरक्षा और सम्मान देने की दिशा में समाजवादियों ने महत्वपूर्ण कार्य किया हैं। उन्होंने कहा कि हम समाजवादी समाज से नफरत खत्म करना चाहते हैं इसके लिये आबादी के हिसाब से सबको सम्मान और अधिकार मिलना चाहिए। केन्द्र सरकार को जातिगत जनगणना जारी करके सबको आधार से जोड़ना चाहिए। जिससे सबको आबादी के हिसाब से प्रतिनिधित्व मिल सके।