जयंती पर विशेष-ऊषा किरण का जन्म 22 अप्रैल 1929 को बम्बई ( अब मुंबई ) में हुआ था। 50 और 60 के दशक में अपने अभिनय से ना सिर्फ हिंदी सिनेमा बल्कि मराठी सिनेमा के दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी थी ऊषा किरण। ऊषा किरण को गुजरे 18 साल हो चुके हैं. 50 के दशक में ऊषा किरण मराठी के साथ ही साथ हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री रही हैं। 1948 में रिलीज फिल्म कल्पना में छोटे से रोल से ऊषा किरण ने अपनी हिंदी फिल्मी सफर का आगाज किया था। दिलीप कुमार की दाग. देव आनंद के साथ पतिता। अशोक कुमार औऱ मीना कुमारी के साथ बादबान फिल्मों से ऊषा किरण हिंदी सिनेमा में अपनी पैठ जमा चुकी थी। बतौर अभिनेत्री ऊषा किरण शायद आखिरी बार गहरा दाग फिल्म में नजर आई थी,और उसके बाद 70 के दशक में जब उन्होने सिनेमा स्क्रीन पर वापसी की तो चरित्र किरदारों के रूप में मिली. बावर्ची और चुपके चुपके फिल्मों में नजर आई थी।
बादबान में ऊषा किरण जबरदस्त सहायक अभिनेत्री के रोल में नजर आई थी,1955 में हुए फिल्मफेयर के पुरस्कारों में ऊषा किरण को पहली बार बेस्ट सहायक अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार दिया गया। इसे पहले ऊषा किरण देव आनंद के अपोजिट सुपरहिट फिल्म पतिता में नजर आई थी. जिसके दर्शकों ने खूब पसंद किया था। ऊषा किरण के सायन अस्पताल के डीन रहे डॉ.मनोहर खेर से शादी की थी। ऊषा किरण का एक बेटा अदवैत और एक बेटी तनवी खेर हैं । तनवी आजमी भी जानी मानी एक्टर हैं. अदवैत मॉडल रहे है,और अब वो अपनी वाइफ के साथ नासिक में सेटल्ड हो चुके हैं. ऊषा किरण की पोती सैय्यामी खेर हैं जिसने हाल ही में अपना बॉलीवुड डेब्यू फिल्म मिरजया से किया हैं ।