हादसे में कांग्रेस विधायक की मौत
बेंगलुरू। कांग्रेस के कर्नाटक के नवनिर्वाचित विधायक सिद्दू बी न्यामागौडा प्रसाद की सड़क हादसे में मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि जामखंडी से विधायक सिद्दू बी गोवा से वापस बागलकोट स्थित अपने घर लौट रहे थे, इस दौरान उनकी कार तुलसीगिरी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। सिद्दू बी न्यामागौडा प्रसाद 67 वर्ष के थे। वे कई बार राज्य में विधायक का चुनाव जीत चुके हैं।
सिद्दू बी न्यामा गौडा प्रसाद उन 78 कांग्रेस विधायकों में से एक थे, जिन्होंने कर्नाटक विधानसभा में जीत हासिल की थी। न्यामा गौडा ने बागलकोट के जामखंडी से दोबारा जीत हासिल की थी। उन्होंने 12 मई को हुए चुनाव में भाजपा उम्मीदवार श्रीकांत सुब्बाराव कुलकर्णी को 2,500 वोटों से हराया था। विधायक के निधन पर मुख्यमंत्री कुमार स्वामी समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया। (हिफी)
कुमार विश्वास भी नतमस्तक
नई दिल्ली। बड़बोलेपन ने आखिर कुमार विश्वास को भी नतमस्तक कर दिया। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ मानहानि मामले में अरविंद केजरीवाल के बाद अब कुमार विश्वास ने भी माफी मांग ली है। उनकी माफी की मांग के बाद अरुण जेटली की ओर से कहा गया है कि उन्होंने उनकी माफी स्वीकार कर ली है। इसके साथ ही लंबे समय से चले आ रहे इस मामले का अंत भी हो गया है।
कुमार विश्वास ने अरुण जेटली को लिखे पत्र में कहा कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कहने पर सिर्फ उनकी बात दोहराई थी। पत्र में विश्वास ने आरोप लगाया कि अब अरविंद केजरीवाल उनसे सम्पर्क में नहीं हैं और झूठ बोल कर खुद गायब हो गए हैं।
जेटली को लिखे पत्र में विश्वास ने केजरीवाल के लिए कहा, अरविंद आदतन झूठे हैं और पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते मैंने सिर्फ अरविंद की बात दुहराई थी। (हिफी)
शराबबंदी पर नीतीश का दावा खोखला
पटना। बिहार में शराबबंदी कानून को लागू हुए दो साल हो गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दावा है कि इस कानून से सबसे ज्यादा लाभान्वित एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग हुआ है लेकिन जेल अधिकारियों के मुताबिक इन समुदायों के लोगों पर इस कानून की मार सबसे ज्यादा पड़ी है।
शराबबंदी कानून तोड़ने के मामले में जेलों में बंद कैदियों में दलित समुदाय और ओबीसी कैदियों की संख्या सबसे अधिक है। यह आंकड़ा अप्रैल 2016 के बाद बिहार की 8 केंद्रीय, 32 जिला और 17 छोटी जेलों से जुटाया गया है। मसलन जेलों में करीब 27.1 फीसदी एससी कैदी हैं जबकि राज्य में उनकी आबादी मात्र 16 फीसदी है. वहीं जेलों में बंद एसटी कैदी की संख्या 6.8 फीसदी है जबकि राज्य में उनकी आबादी मात्र 1.3 फीसदी है। ओबीसी के मामले में यह आंकड़ा 34.4 फीसदी है जबकि राज्य में उनकी आबादी 25 फीसदी है। जेल अधिकारियों के हवाले से कहा कि शराबबंदी को लेकर जेल में बंद कैदियों में 80 फीसदी नियमित तौर पर शराब पीने वाले हैं, जिन्हें बीते दो साल में पकड़ा गया। (हिफी)
कांग्रेस नेताओं को नोटिस
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकार और प्रशासन किसान संगठनों द्वारा एक से दस जून तक प्रस्तावित किसान आंदोलन को लेकर हाई अलर्ट पर है। पुलिस प्रशासन द्वारा किसान आंदोलन में गड़बड़ी की स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही सारे उपाय अपनाए जा रहे हैं। एहतियातन पुलिस ने मध्यप्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति के सदस्य राजेंद्र सिंह गौतम को प्रतिबंधात्मक नोटिस जारी किया है। राजेंद्र सिंह के साथ ही करीब 1200 लोगों को प्रतिबंधात्मक नोटिस जारी किए गए हैं।
पुलिस की ओर से जारी हुए नोटिस पर राजेन्द्र सिंह गौतम ने कहा कि पिछले किसान आंदोलन में हुए हादसे के बाद पुलिस प्रशासन की ओर से सतर्कता रखना वाजिब है, लेकिन इस तरह से उन्हें नोटिस दिया जाना पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि सरकार के दबाव में उन्हें ये नोटिस दिया गया है। मंदसौर में किसान आंदोलन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन द्वारा लगभग 1200 लोगों को प्रतिबंधात्मक नोटिस जारी किए गए हैं. जिन लोगों को ये नोटिस जारी हुए हैं, उनसे 25000 रुपए तक के बांड भी भरवाए जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि किसान संगठनों के आंदोलन में हिंसा जैसी स्थिति से बचने के लिए सरकार ने सभी मंत्रियों, विधायकों, सांसदों, बीजेपी पदाधिकारियों को प्रदेश में अपने प्रवास के दौरान किसानों से आंदोलन में शामिल नहीं होने की अपील करने को भी कहा है। (हिफी)