नई दिल्ली: एजेंसी भारतीय जनता पार्टी ने 282 सीटों के साथ 2014 के आम चुनावों में अपने बूते पूर्ण बहुमत जीता था, लेकिन पिछले चार सालों में अब तक हुए उपचुनावों में पार्टी 8 सीट हार चुकी है. गुरुवार को पार्टी दो लोकसभा सीटें हारी जबकि एक पर जीत हासिल की. इस तरह अब कुल मिलाकर पार्टी के पास लोकसभा में 273 की संख्या है. भाजपा ने लोकसभा सीटों के उप चुनाव में गुरुवार को उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण कैराना सीट और महाराष्ट्र में भंडारा-गोंडिया सीट को खो दिया. पार्टी ने पालघर संसदीय सीट को बरकरार रखा, जबकि इसकी सहयोगी नागालैंड डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) नागालैंड सीट जीतने में सफल रही.
उपचुनाव हारी है बीजेपी
उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा चुनाव में बीजेपी विपक्ष की संयुक्त ताकत के आगे हार गई.
आरएलडी की उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने बीजेपी की मृगांका सिंह को 47 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया.
महाराष्ट्र के पालघर-गोंदिया सीट भी बीजेपी हार गई. यहां पर कांग्रेस के समर्थन से एनसीपी ने यह सीट छीन ली.
बीजेपी इस साल जनवरी में सबसे पहले राजस्थान की अजमेर और अलवर लोकसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा.
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राजस्थान की सभी 25 सीटों पर जीत हासिल की थी.
2017 में बीजेपी को पंजाब के गुरदासपुर सीट पर हार का सामना करना पड़ा था. यह सीट बीजेपी के सांसद विनोद खन्ना के निधन के बाद खाली हुई थी.
यूपी में सपा और बसपा के गठबंधन से गोरखपुर और फूलपुर में सपा के उम्मीदवारों को मिली जीत अन्य पिछड़ वर्ग (ओबीसी), दलित और मुस्लिम वोटों के एकीकरण होना है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने दोनों सीटों पर तीन लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की थीं.
मध्य प्रदेश के रतलाम सीट पर हुए उपचुनाव में भी बीजेपी की हार हुई और यह सीट भी कांग्रेस के खाते में चली गई.
फोटो सोशल मिडिया से