मेड (घरेलू सहायिका) उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के मास्टरमाइंड सहित 02 अभियुक्त गिरफ्तार
स्वप्निल सन्सार।लखनऊ। 25.05.2018 को एसटीएफ उ0प्र0 को साइबर अपराधियों द्वारा मेड उपलब्ध कराने के नाम पर फर्जी अकाउंट में फर्जी तरीके से धन जमा कराकर ठगी करने वाले गैंग के मास्टरमाइंड सहित दो अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
सुभाषनी सिहं निवासी न्यू हैदराबाद, कोतवाली महानगर लखनऊ द्वारा 18-05-2018 को कोतवाली महानगर लखनऊ में मु0अ0सं0 198/18 धारा 420/406/467/471 भादवि पंजीकृत कराया था। उनके द्वारा उल्लेख किया गया कि अजीत प्लेसमेंट सर्विस सेन्टर द्वारा मेड उपलब्ध कराने के नाम पर लगभग 50000/- रुपये की ठगी की गयी है। इस अभियोग में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 लखनऊ उ0प्र0 अभिषेक सिहं द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिहं को निर्देशित किया गया।
अपर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में साइबर टीम द्वारा मुकदमा उपरोक्त के सम्बन्ध में सूचना संकलन किया जा रहा था। संकलित सूचना के आधार पर विश्वसनीय स्रोतो के माध्यम से ज्ञात हुआ कि कोतवाली महानगर जनपद लखनऊ पर पंजीकृत उपरोक्त अभियोग से सम्बन्धित अभियुक्तगण मेड उपलब्ध कराने बादशाह नगर रेलवे स्टेशन महानगर लखनऊ आये हुए हैं। इस सूचना को विकसित करते हुए साइबर क्राइम की टीम द्वारा मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुँचकर घेराबन्दी करके अभियुक्तगण को बादशाह नगर रेलवे स्टेशन महानगर लखनऊ से समय लगभग 1700 बजे गिरफ्तार कर लिया गया। जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
पूछताछ पर अभियुक्तगण द्वारा बताया गया कि हम लोग Quicker, Just Diallqys सुलेखा आदि वेबसाइटों पर अजीत प्लेसमेंट एजेन्सी, उर्मिला प्लेसमेंट एजेन्सी आदि फर्जी नाम से अपनी प्लेसमेंट एजेंसी का रजिस्ट्रेशन कराते हैं जिसके लिए Quicker, Just Diallqys, सुलेखा आदि कम्पनियों को लगभग 12000/- रुपया प्रति तीन माह बतौर रजिस्ट्रेशन फीस भुगतान करते हैं। तथा 100 रुपये से लेकर 500 रुपये में फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड बनवाते हैं और इसी फर्जी आधार कार्ड का प्रयोग उपरोक्त वेबसाईट्स पर रजिस्ट्रेशन के लिए करते हैं जिसमें फोटो हमारी खुद की होती है और नाम व पता किसी अन्य व्यक्ति का होता है। इसके बाद ऐसे व्यक्तियों को प्लेसमेंट एजेंसी की ओर से कॉल करते हैं जिन्होंने उक्त वेबसाइट्स पर मेड (घरेलू सहायिका) के लिए अप्लाई किया हुआ है। फनपबामत, श्रनेज क्पंस व सूलेखा आदि वेबसाइटों पर रजिस्ट्रेशन का कार्य करने वाले कर्मचारी भी इसमें संलिप्त होते हैं। हम अपनी एजेंसी की ओर से कॉल करके मेड (घरेलू सहायिकाओं) की आवश्यकता वाले ग्राहकों को बताते हैं कि हमारे पास तीन तरह की मेड (घरेलू सहायिकायें) हैं। 1-अनट्रेंड मेड-3500 रुपये प्रतिमाह, 2-सेमी ट्रेडं- 5000 रुपये प्रतिमाह, 3-फुली ट्रेंड-7000 रुपये प्रतिमाह है तथा हमारी कम्पनी, एजेंसी की फीस 15000/- प्रति मेड है। कस्टमर के तैयार हो जाने पर हम कस्टमर से 15000/- रुपये बतौर एजेंसी फीस फर्जी बैंक अकाउंट में व मेड की 6 महीने की पेमेंट एडवांस कैश में लेते हैं। कस्टमर से धन लेने के बाद 1-2 दिन कार्य करके मेड को वापस बुला लेते हैं तथा अपने मोबाइल नम्बर भी बन्द कर लेते हैं। मेड (घरेलू सहायिका) के कार्य के लिए महिलायें पश्चिम बंगाल, झारखण्ड व असम से खरीद कर लाते हैं तथा इन्हें रहने के लिए कमरा, खाना व अन्य खर्चे प्रदान करते हैं। महिलाओं को (पश्चिम बंगाल, झारखण्ड व असम) राज्यों से बाहर किसी अन्य राज्य में भेजना प्रतिबंधित है।
इस गैंग द्वारा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, श्रीनगर, पंजाब, राजस्थान आदि प्रदेशों में लगभग हजारों लोगांे के साथ फर्जीवाड़ा किया है। इस गैंग के सदस्य अपनी पत्नी के नाम पर घर किराये पर लेते हैं तथा रेन्ट एग्रीमेन्ट बना कर उस पर नया सिम, मोबाइल नम्बर प्राप्त कर नया बैंक खाता खुलवा लेते हैं और दो-तीन महीने बाद घर बदल देते हैं। इस प्रकार यह गैंग जनता के साथ धोखाधड़ी करके फर्जी अकाउंट में धन प्राप्त करता है। गिरफ्तार अभियुक्तगण को थाना महानगर, लखनऊ में दाखिल कर अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः-
1- जलाल शेख पुत्र अब्दुल कयूम निवासी ए-3/17 बी मोहन गार्डन दिल्ली-59 स्थायी पता-गाँव बाका पोस्ट केवटी रनवे, थाना विस्फी ब्लाक जिला मधुवनी बिहार। उम्र-28 वर्ष 2- हीरा सााहनी पुत्र स्व0 घूरन साहनी निवासी 9वीं गली बायरौला गाँव, निकट मछली मार्केट, दिल्ली-59 स्थायी पता- गाँव वीर सहाय पोस्ट पंडौल, थाना सकड़ी जिला मधुबनी, बिहार। उम्र- 27 वर्ष
बरामदगी का विवरण-
1- मोबाइल फोन- 04 अदद
2- मेड एग्रीमेंट दस्तावेज- 15 वर्क
3- विभिन्न मेड (घरेलू सहायिकाओं) की फोटो-06
4- चैक -03 अदद्
5- आधार कार्ड- 03 अदद