मुबारक साल गिरह।
स्वप्निल संसार। टीवी क्वीन एकता कपूर ने 19 साल की उम्र से 1995 में ‘हम पाँच’ टीवी सीरियल से अपने करियर की शुरुआत की थी।2000 में ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ की सफलता से उन्हें पहचान मिली। 2001 में ‘कसौटी ज़िंदगी की’ सीरियल से वे काफी लोकप्रिय हो गईं। एकता कपूर को टीवी के मामले में ‘मिदास टच’ हासिल है और वो जिस प्लॉट को छू लेती हैं, वो सोना हो जाता है.हालांकि फ़िल्मों के मामले में वो इतनी लकी नहीं रही क्योंकि ‘वंस अपॉन ए टाईम इन मुंबई’, ‘डर्टी पिक्चर’और ‘क्या कूल हैं हम’ को छोड़ दें तो एकता कपूर की फ़िल्में फ्लॉप ही रही हैं.हालांकि इन दिनों एकता कपूर के धारावाहिकों को ‘भाबीजी घर पर हैं’, ‘बेहद’ और ‘कपिल शर्मा’ जैसे धारावाहिकों से टक्कर मिल रही है, लेकिन इस पर भी आप इस बात से इंकार नहीं कर सकते की टीवी की क्वीन एकता कपूर ही हैं.2001 में आई फिल्म ‘क्योंकि मैं झूठ नहीं बोलता’ से फिल्म प्रोडक्शन में कदम रखा। 2010 से 2014 के बीच उन्होंने लव सेक्स और धोखा, वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई, शोर इन द सिटी, रागिनी एमएमएस, क्या सुपर कूल हैं हम, द डर्टी पिक्चर, एक थी डायन, शूटआउट एट वडाला से लेकर मैं तेरा हीरो कई फिल्में बॉलीवुड को दीं।
07 जून 1975 को पैदा हुई एकता कपूर ने अपनी स्कूली पढ़ाई बांबे स्कॉटिश स्कूल, माहिम से की है। इसके बाद काॅलेज की पढ़ाई उन्होंने मीठीबाई काॅलेज से की। एकता कपूर ने शादी नहीं की है। एकता कपूर चॉकलेट ही नहीं बल्कि एनिमल लवर भी हैं। एकता सबसे ज्यादा अपनी मां शोभा कपूर से प्यार करती हैं। मां शोभा उनकी बिज़नेस पार्टनर भी हैं। यही नहीं एकता को अध्यात्म और न्यूमरोलॉजी से भी गहरा लगाव है।आज भारत में एकता कपूर का सबसे सफल लोगों में नाम लिया जाता है। वे कई एनजीओ चलवाती हैं, और कई चैरिटी से भी जुड़ी हैं। उन्होंने स्क्रीप्ट राइटिंग भी की है। एशिया वीक मैगज़ीन में ‘एशिया के सर्वाधिक शक्तिशाली कम्युनिकेटर्स’ के रूप में चुना गया था।एकता का अपना प्रोडक्शन हाउस है जिसका नाम ‘बालाजी टेलीफिल्मस’ है। जिसमें वे अपनी प्रोडक्शन कंपनी बालाजी टेलीफिल्मस की ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर और क्रिएटिव डायरेक्टर हैं। उन्हें 2012 में एशिया के सोशल इंपावरमेंट अवार्ड-फ्रीडम थ्रु एजुकेशन से सम्मानित किया जा चुका है।
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