स्वप्निल संसार। लखनऊ। अदीब वॉल्टर। बुधवार को एस0टी0एफ0,उत्तर प्रदेश की साइबर क्राइम विंग,को वैल्यू प्लस स्टोर के विभिन्न शोरूमों से करोड़ों रूपये की फर्जी बिक्री दिखाकर धोखाधड़ी करने वाले 04 शातिर अभियुक्त गिरफ्तार।
एस0टी0एफ0,को विभिन्न स्रोतों से सूचना प्राप्त हो रही थी कि ग्राहकों के द्वारा खरीदारी को प्रोत्साहन स्वरुप दिये जाने वाले PayTM कैशबैक व विभिन्न स्टोरों द्वारा कम्पनी को दिये जाने वाले डिजिटल डाटा में छेडछाड़ कर बडे़ स्तर पर ग्राहको को मिलने वाले रुपयों में फर्जीवाडा किया जा रहा है।
इस सूचना पर अभिषेक सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 के द्वारापुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम, सुनिती को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। एस0टी0एफ0 ने तकनीकी बारीकियों का गहराई से विश्लेषण किया तथा अग्रिम कार्यवाही हेतु पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार नागर के पर्यवेक्षण में साइबर क्राइम थाना की टीम गठित की गयी। उक्त टीम द्वारा लखनऊ व आसपास के जनपदों में PayTM माध्यम से खरीदारी करने पर विभिन्न स्टोरों द्वारा दिये जा रहे कैश बैक के सम्बन्ध में धरातलीय सूचना एकत्र की।इस सम्बन्ध में पाया गया कि वैल्यूप्लस प्रा0लि0 स्टोर,जिसके विभिन्न शोरुम लखनऊ के महानगर, विकासनगर, सीतापुर रोड आदि पर स्थापित हैं, जिनमें वैल्यूप्लस प्रा0लि0 एवं PayTM के द्वारा एक अनुबंध के तहत ग्राहकों द्वारा की गयी खरीद पर PayTM 4 प्रतिशत एवं वैल्यूप्लस स्टोर 6 प्रतिशत का कैश बैक देते है।
इस अनुबन्ध के तहत स्टोर के द्वारा कुछ अग्रिम धनराशि PayTM को पहले से ही जमा करा दी जाती है। ग्राहक द्वारा स्टोर से PayTM के माध्यम से प्रत्येक खरीद पर कैशबैक का 10 प्रतिशत सीधे ग्राहक के PayTM वालेट में स्थानान्तरित कर दिया जाता है। इसके अतिरिक्त कुछ माह पहले PayTM द्वारा एक नई स्कीम COD शुरू की गयी, जिसमेें ग्राहक नगद भुगतान ही कर रहा था परन्तु उस आर्डर को PayTM के माध्यम से डालता था,तो स्टोर के पोर्टल पर आर्डर नजर आता था। स्टोर द्वारा अप्रूव करने पर मान लिया जाता था कि भुगतान हो गया है व बिना आनलाईन भुगतान के 10 प्रतिशत का कैशबैक ग्राहक को मिल जाता था।
साइबर क्राइम टीम को जाॅच के दौरान ज्ञात हुआ कि PayTM के अस्थायी कर्मी विक्की अस्थाना (फील्ड सेल्स एक्जीक्यूटिव) वैल्यू प्लस के विकासनगर स्टोर पर एवं मो0 फिरोज (सेल्स एक्जीक्यूटिव) वैल्यू प्लस के महानगर स्टोर पर कार्यरत हैं। इन दोनों के द्वारा PayTM की COD स्कीम में फर्जी डिलीवरी दिखाकर करीब 2.5 करोड़ की फर्जी बिक्री बनायी। गहनता से जाँच करने पर प्रकाश में आया कि तीन प्रकार से यह फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गयाः-
1- वह ग्राहक जिनको PayTM स्कीम के बारे में जानकारी नहीं रहती थी। वह स्टोर में सीधे खरीदारी करके चला जाता था। उसके बाद यह लोग उस ग्राहक की खरीदारी को अपने वालैट पर COD दिखाकर 10 प्रतिशत का कैशबैक ले लिया करते थे।
2- वास्तविक मूल्य से ज्यादा का दाम दिखाकर उस पर ज्यादा कैशबैक का फायदा लेते थे । उदाहरण स्वरूप जो ए0सी0 45000/-का बिकता था उसका मूल्य स्टोर के आनलाईन पोर्टल पर 90000/-का दिखाकर दुगना कैशबैक लेते थे।
3- उपरोक्त दोनों प्रकार से धोखाधड़ी करने के उपरान्त पाया कि स्टोर के द्वारा की गयी बिक्री एवं PayTM के द्वारा की गयी बिक्री का आपस में कोई समन्वय नहीं है। इस का लाभ उठाते हुए इन लोगों द्वारा फर्जी PayTM की बिक्री दिखानी शुरू कर दी, जब कि वास्तविक रूप से स्टोर से कोई बिक्री ही नहीं हुई है। PayTM के कर्मचारी होने के नाते स्टोर के पोर्टल की डिटेल इनके पास रहती थी व हर फर्जी आर्डर पर यह स्वंय ही भुगतान। अप्रूव कर देते थे।
जाँच में यह तथ्य प्रकाश में आया कि अधिकतर ऐसे फर्जी भुगतान स्टोर बन्द होने के उपरान्त देर रात्रि में हुए हैं,जोकि स्वंय में संदेहास्पद है।
इन फर्जी बिक्रियों को दिखाने के लिए इनके द्वारा कई फर्जी PayTM वालैट अपने रिश्तेदार, दोस्त, पानवाले, रिक्शा वाले आदि के मोबाईल नम्बरों पर बनाये गये, जिनका ओ0टी0पी0 ज्ञातकरअपने फोन पर ही उस PayTM वालैट का प्रयोग करते थे।
अभी तक की जाँच में 28 लाख रूपये के कैशबैक के फर्जीवाड़े की बात प्रकाश मेंआयी है। इसके उपरान्त वहाँ से इन पैसों को अपने विभिन्न खातों में जमाकरा दिया गया। शेष कैशबैक के सम्बन्ध में अग्रेतर जाँच की जा रही है। इस काम में इन दोनो को सैमसंग कम्पनी के लिये काम करने वाले विनोद कुमार एवं अखिलेष कुमार द्वारा मनी को ट्रांसफर करने एवं फर्जी बिक्री दिखाने में बराबर का सहयोग किया गया।
PayTM की स्कीम पर की जा रही धोखाधड़ी का एस0टी0एफ0 द्वारा अनावरण करने के बाद इस पूरी व्यवस्था की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगता है।किसी प्राडक्ट का मूल्य अनावश्यक रूप से बढ़ा देने की सुविधा देना विधि विरूद्ध है क्योंकि कोई भी वस्तु/उपकरण एमआरपी से अधिक मूल्य पर बेचना अपराध है।इसी प्रकार PayTM सर्वर ने मध्य रात और प्रातः काल की गई खरीदों में गड़बड़ी होने की आशंका भी चिन्हित नही की जासकी।
उक्त फर्जीवाडे के सम्बन्ध में वैल्यू प्लस प्रा0लि0, पेटीएम व सैमसंग के सम्बन्धित कर्मचारियों को साइबर क्राइम थाना लखनऊ पर पूछताछ हेतु बुलाया गया तथा सभी सम्बन्धित अभिलेखों एवं साक्ष्यों का गहराई से विश्लेषण करने के उपरान्त उपरोक्त अभियुक्तों के विरुद्ध ठोस साक्ष्य पाते हुये वैल्यूप्लस प्रा0लि0 की तहरीर पर मु0अ0सं0 06/18 धारा 419/420/467/467/468/471 भादवि0 एवं धारा 66(सी0)/66(डी0) आई0टी0एक्ट के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कर थाना साइबर क्राइम पर चारो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।