श्रीदेवी ( श्री अम्मा येंजर अय्यपन) जिन्होंने तमिल, मलयालम, तेल्गु, कन्नड़ और हिन्दी सिनेमा में काम किया था। सिनेमा की पहली “महिला सुपरस्टार” कही जाने वाली श्रीदेवी ने पाँच फिल्मफेयर पुरस्कार भी प्राप्त किये। 80 और 90 के दशक में श्रीदेवी सबसे अधिक धन राशि प्राप्त करने वाली अभिनेत्रयों में शामिल थीं, और उन्हें उस दौर की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्री माना जाता है। 2013 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया।
श्रीदेवी ने अपने वयस्क करियर की शुरुआत 1979 में हिंदी फिल्म सोलवां सावन से की थी। उन्हें बॉलीवुड में पहचान फिल्म 1983 में आई फिल्म हिम्मतवाला से मिली। इस फिल्म में उनके अपोजिट जितेंद्र थे। यह फिल्म 1983 की ब्लॉकस्बस्टर फिल्म थी। उसके बाद उनकी फिल्म तोहफा आई जिसने उस दौर में कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। इसके बाद उन्होंने कई फिल्में जितेन्द्र के साथ की।
1983 में फिल्म सदमा में श्रीदेवी दक्षिण सिनेमा के अभिनेता कमल हासन संग नजर आई। इस फिल्म में उनके अभिनय को देख आलोचक भी दंग रह गए। श्रीदेवी को फिल्म सदमा के लिए पहली बार फिल्मफेयर अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का नामंकन मिला था।
1986 में आई फिल्म नगीना, जिसमे श्रीदेवी ने इच्छाधारी नागिन की भूमिका अदा की थी। यह फिल्म उस साल की दूसरी सुपर-डुपर हिट फिल्म साबित हुई थी। उस दौरान श्रीदेवी की नगीना फिल्म सर्वश्रेष्ठ सांपो वाली फिल्मों में पहले स्थान पर थी। इसी फिल्म का गाना मै तेरी दुश्मन, दुश्मन तो मेरा आइकॉनिक गाना माना जाता है। इसी साल उनकी दो और फ़िल्में रिलीज हुई। जिनमे सुभाष घई की मल्टी-स्टारर फिल्म कर्मा और फिरोज ख़ान की जांबाज शामिल थी। दोनों ही फिल्मों में श्रीदेवी की गजब के अभिनय को दर्शक भी भौचक्के रह गए थे।
1987 में आई फिल्म मिस्टर इंडिया में श्रीदेवी जर्नलिस्ट के किरदार में नजर आई। जोकि उनका आइकॉनिक रोल माना जाता है। यह फिल्म साइंटिफिक थ्रिलर फिल्म थी। इस फिल्म में उनके अपोजिट अनिल कपूर थे। मिस्टर इंडिया का गाना हवा-हवाई आज भी दर्शकों के जुबान पर रहता है। उस दौर में श्री देवी और अनिल कपूर का रेन डांस सांग काटे नहीं कटते आज भी बारिश के गानों में पहले नंबर पर है।
1989 में आई फिल्म चालबाज में श्रीदेवी दोहरी भूमिका में आई थीं। जोकि 80 के दशक की आइकोनिक मूवीज में है। इस फिल्म के लिए उन्हें आलोचकों से काफी प्रशंसा मिली थी। श्रीदेवी को फिल्म चालबाज के लिए उन्हें उनके पहले फिल्म फेयर सर्वश्रेठ अभिनेत्री के पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था।
चालबाज के बाद श्रीदेवी यशराज फिल्म्स की फिल्म चांदनी में अभिनेता ऋषि कपूर के साथ आयीं थीं। इस फिल्म का गाना मेरे हाथों में नौ-नौं चूड़ियाँ है आज भी वेडिंग सांग्स लिस्ट में सबसे उपर है। श्रीदेवी ने इस फिल्म के गाने चांदनी ओ मेरी चांदनी गाने में अपनी आवाज दी थी। इसके बाद 1991 में श्रीदेवी एक बार फिर यशराज की फिल्म लम्हे में आई थीं। फिल्म लम्हे के लिए श्रीदेवी को उनका दूसरा फिल्म फिल्मफेयर अवार्ड मिला था।
1993 में श्रीदेवी मेगास्टार अमिताभ बच्चन के अपोजिट आयीं थीं। उन्होंने इस फिल्म दो भूमिका अदा की थी। एक वॉरियर की दूसरी उसकी बेटी की। इस फिल्म की शूटिंग भारत के अलावा काबुल में भी हुई थी। फिल्म काबुल में उतनी ही लोकप्रिय साबित हुई जितनी भारत में। इस फिल्म में श्रीदेवी ने अपने अभिनय से सबकी तारीफें बटोरी। इसी साल श्री देवी उस दौर की सबसे बड़े बजट की फिल्म रूप कीरानी चोरो का राजा में अनिल कपूर संग आयीं। हालांकि फिल्म जितनी बड़े बजट की उतनी ही बुरी उसे बॉक्स ऑफिस पर मुंह की खानी पड़ी थी। इसके बाद श्रीदेवी लाडला और फिल्म जुदाई में आई।
1996 में निर्देशक बोनी कपूर से शादी के बाद श्रीदेवी ने फ़िल्मी दुनिया से अपनी दूरी बना ली थी। लेकिन इस दौरान वह कई टीवी शोज में नजर आई। श्रीदेवी ने 2012 में गौरी शिंदे की फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से रूपहले परदे पर अपनी वापसी की। हिंदी सिनेमा से कई वर्षों तक दूर रहने के बाद भी फिल्म इंग्लिश विंग्लिश में श्री देवी ने बेहतरीन अभिनय से आलोचकों और दर्शकों को चौंका दिया था।
जुलीजूली (बाल कलाकार ), सोलवां सावन,सदमा, हिम्मतवाला,जाग उठा इंसान, अक्लमंद, इंकलाब, तोहफा, सरफ़रोश, बलिदान, नया कदम, नगीना, घर संसार, नया कदम ,मकसद, सुल्तान, आग और शोला, भगवान, आखरी रास्ता,जांबांज, वतन के रखवाले, जवाब हम देंगे, औलाद, नज़राना,कर्मा, हिम्मत और मेहनत, मिस्टर इंडिया, निगाहें, जोशीले ,गैर क़ानूनी,चालबाज,खुदा गवाह, लम्हे, हीर राँझा, चांदनी, रूप की रानी चोरों का राजा, चंद्रमुखी, चाँद का टुकड़ा,गुमराह,लाडला, आर्मी, जुदाई, हल्ला बोल, इंग्लिश विंग्लिश।
श्रीदेवी का निधन 24 फरवरी 2018 को में दुबई में हुआ था। यह पहले घोषित किया गया था कि मौत का कारण दिल का दौरा है,बाद में दुबई पुलिस द्वारा जारी की गयी फोरेंसिक रिपोर्ट में बताया गया की कि इनकी मृत्यु होटल में बाथटब में दुर्घटनाग्रस्त रूप से डूबने से हुई है। उस समय, वह अपने पति बोनी कपूर और बेटी खुशी के साथ अपने भतीजे मोहित मारवा के संयुक्त अरब अमीरात में विवाह समारोह में थी। पहले अफवाहें फैली थी कि इनकी मृत्यु हो गयी और इसे इंटरनेट पर एक झूठी खबर माना था लेकिन इसके बाद इनके देवर संजय कपूर ने पुष्टि की कि यह सच है।एजेंसी।