संजोग वॉल्टर। डलहौज़ी। डलहौज़ी के गाँधी चौक के एक किनारे पर गाँधी जी की प्रतिमा स्थापित थी पर वो सेंट जोंस चर्च की बौंडरी से सटी थी। बरसों से गाँधी जी की प्रतिमा साल में दो बार धोई जाती थी माल्यापर्ण भी होता था। इस जगह का नाम ही गाँधी चौक हो गया। 2017 में “पंचवर्षीय सरकार बदलो योजना” के अंतिम चरण में भाजपा की सरकार प्रदेश में आई।
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प्रदेश सरकार, हिंमांचल प्रदेश के कई शहरों का नाम बदलने जा रही है,तो डलहौज़ी में सियासी सनक का मामला सामने आया है।
गांधी चौक, डलहौजी का मुख्य शापिंग स्पॉट है इसे जीपीओ के नाम से भी जाना जाता है। डलहौज़ी के गाँधी चौक पर गाँधी जी की प्रतिमा मौजूद है ,इस प्रतिमा के करीब ही गाँधी जी दूसरी प्रतिमा का निर्माण कर दिया गया। तारीख थी गाँधी जी दूसरी प्रतिमा के अनवारण की 02 अक्टूबर 2018 जो आई भी और चली भी गयी और गाँधी जी दूसरी प्रतिमा का अनवारण अब तक नहीं हुआ।
बताया जाता है की गाँधी जी दूसरी प्रतिमा के नीचे पतथर पर जो नाम लिखे थे उसको लेकर के सत्ता धारी नेता आपस में भिड़ गए। जिसके चलते गाँधी जी दूसरी प्रतिमा का अनवारण का इंतज़ार कर रही है। जब भी इन नेताऔं का झगड़ा समाप्त हो तब तक गाँधी जी दूसरी प्रतिमा यूही कवर रहेगी।