स्मृति शेष । 8 अगस्त 1940 को गोवा के मडगांव में जन्मे दिलीप सरदेसाई ने भारत के लिए 30 टेस्ट मैच खेले थे। 1960-70 के दशक में उनकी गिनती देश के अग्रिम पंक्ति के बल्लेबाजों में की जाती थी। वो गोवा से खेलने वाले इकलौते भारतीय खिलाड़ी थे। दिलीप सरदेसाई ने अपना पहला टेस्ट दिसंबर 1961 में इंग्लैंड के खिलाफ कानपुर में खेला था जिसमें उन्होंने पहली पारी में 28 रन बनाए थे। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 1972 में इंग्लैंड के खिलाफ ही खेला था। करियर के अंतिम टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 12 , वहीं दूसरी पारी में 10 रन बनाए थे।
दाएं हाथ के बल्लेबाज दिलीप सरदेसाई ने 30 टेस्ट में 39.23 के औसत से 2001 रन बनाए जिसमें पांच शतक और नौ अर्धशतक शामिल रहे। साथ ही दो दोहरे शतक भी उनके नाम दर्ज हैं। उन्होंने 1971 में किंग्सटन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 212 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। इसके अलावा न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 1965 में भी उन्होंने नाबाद 200 रन बनाकर भारत को जीत को बेहद करीब पहुंचा दिया था।
दिलीप सरदेसाई को स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ तकनीकी रूप से बेहद मजबूत बल्लेबाज माना जाता था। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी उनका रिकॉर्ड बेहद प्रभावशाली रहा था। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम 10 हजार से अधिक रन दर्ज हैं। 1960-61 में भारत का दौरा करने वाली पाकिस्तानी टीम के खिलाफ प्रथम श्रेणी मैच में उन्होंने मात्र 194 मिनट में 87 रन जड़कर क्रिकेट जगत में अपनी धाक जमाई थी। सरदेसाई ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 179 मैच खेले जिसमें उन्होंने 41.75 के औसत से 10 हजार 230 रन बनाए जिसमें 25 शतक और 56 अर्धशतक शामिल रहे। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका सर्वोच्च स्कोर 222 रन रहा। दो जुलाई 2007 को मुंबई में उनका निधन हो गया था। एजेंसी