मोतीलाल वोरा का जन्म के नागौर जिले में 20 दिसम्बर, 1928 में हुआ था। शैक्षिक योग्यता उन्होंने रायपुर और कलकत्ता से शिक्षा प्राप्त की। अनुभव उन्होनें अनेक वर्षो तक पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करते हुए कई समाचार पत्रों का प्रतिनिधित्व किया। श्री वोरा 1968 में राजनीतिक क्षितिज पर उभर कर आये। उन्होनें 1972 में मध्य प्रदेश विधान सभा से चुनाव जीता और मध्य प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के उपाध्यक्ष नियुक्त हुए। इसके बाद 1977 और 1980 में पुनः मध्य प्रदेश विधान सभा में चुने गये। 1980 में अर्जुन सिंह मंत्रिमण्डल में उन्हें उच्च शिक्षा विभाग का दायित्व सौंपा गया। श्री वोरा 1983 में केबिनेट मंत्री हुए। इसके बाद वे मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नियुक्त हुए। 13 मार्च, 1985 में मोतीलाल वोरा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। 13 फरवरी, 1988 में श्री वोरा ने मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र देकर 14 फरवरी, 1988 में केन्द्र में स्वास्थ्य परिवार कल्याण और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार ग्रहण किया। अप्रैल 1988 में वे मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिये चुने गये। मोतीलाल वोरा 26 मई, 1993 से 3 मई, 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के पद पर आसीन रहे।
मोतीलाल वोरा 1998-99 में 12वीं लोकसभा के सदस्य थे । मोतीलाल वोरा कांग्रेस हाईकमान के बेहद करीबी थे और उन्होंने राहुल गांधी को पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने का समर्थन किया था। मोतीलाल वोरा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड, यंग इंडियन और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी में महत्वपूर्ण पदों पर रहे। वह 22 मार्च 2002 को एजेएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक बने। इससे पहले उन्होंने एआईसीसी कोषाध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। वह यंग इंडियन के 12 शेयरधारक और निदेशक थे।
मोतीलाल वोरा की उनके 92वें जन्मदिन के एक दिन बाद,COVID-19 महामारी के दौरान COVID-19 की जटिलताओं के कारण मृत्यु हो गई थी ।