मुबारक साल गिरह-
अली पीटर जॉन- 60वें और 70वें दशक की वह बहुत लोकप्रिय बाल कलाकार थी। वह गरीब परिवार से थी और उसकी देखभाल उसकी मां किया करती थी। मिसेज कमला ठाकुर जो अभिनेत्री बनना चाहती थी। उन्होंने सोचा कि वह अपना अभिनेत्री बनने का सपना अपनी खूबसूरत हरी आँखों वाली बेटी के द्वारा पूरा करेंगी। उनकी बेटी लोकप्रिय बनी बेबी सारिका के नाम से और वह 12 साल के उम्र में थोड़ी सफल भी हो गई थी। उसके बाद वह गायब हो गई थी और कुछ साल के बाद वह अभिनेत्री बनकर लौटी फिल्म गीत गाता चल में सचिन के साथ जो उस समय बेबी सारिका के साथ बाल कलाकार थे। फिल्म को निर्मित किया था राजश्री ने जो कि बहुत बड़ी हिट साबित हुई थी और वह बहुत सालों तक फिल्म चली। एक फिल्म करने के बाद सचिन और सारिका दोनों स्टार बन गए थे और दोनों अपने अपने रास्ते चले गए ।
सारिका (5 दिसम्बर 1962 )बड़ी स्टार बन गई थी और उन्होंने अपने मां के नेर्तृत्व में अच्छी फिल्में की। वह संवेदनशील अभिनेत्री थी और उनकी दमदार अभिनय दिखा फिल्म गृह प्रवेश में जिसमें राजेश खन्ना और शर्मिला टैगौर भी थी। इन लोगों ने 10 सक्सेस फिल्में की पर सारिका अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थी। काम बहुत अच्छी तरह चल रही थी और इनकी मां ने एक अपॉटर्मेंट भी ले लिया था भानू अपाटर्मेंट में। पर जब सारिका सक्सेस अभिनेत्री बन गयी तो उन्होंने अपनी मां के सलाह के बिना फिल्में करने लगी। उन्होंने जलाल आगा के निर्देशन में फिल्म निर्वाण जिसमें अमोल पालेकर और टीनू आनंद उनके सह कलाकार थे। फिल्म बहुत अच्छी थी फिल्म लेकिन फिल्म में उन्होंने कुछ समय के लिए अपना ब्रेस्ट दिखाया था जिसे देखकर उनकी मां ड़र गई कि उनकी बेटी ने क्या कर दिया। उसकी वजह से सारिका ने घर छोड़ दिया और वापस कभी नहीं गयीं।
उन्होंने दोबारा अपनी जिंदगी शुरू की। वह एक जगह पेइंग गेस्ट के तौर पर रहने लगी और बिना काम के कुछ महीने व्यतीत किया। उन पर दबाव डाला गाया फिल्मों में छोटे किरदार करने के लिए और फिर उन्होंने छोटे किरदार भी किये और निगेटिव किरदार में भी नज़र आयी। जब वह अपने करियर में नीचे कि तरफ गिर रही थी तभी उनकी मुलाकात कमल हासन न से हुई और उन्होंने सोचा कि शायद मेरे लिए ये लकी साबित हों। कमल हासन ने अपनी पहली बीवी वाणी गणपती को तलाक दे दिया और उसके बाद वह फिर से कुंवारे हो गए। वह एक-दूसरे से मिलने लगे और इसी बीच सारिका प्रेग्नेंट हो गई। वह उस समय गुलिस्तान बिल्डिंग में रहती थी। उसके बाद उनकी पहली बेटी हुई जिसका नाम उन्होंने श्रुति रखा। कमल सारिका को चेन्नई लेकर जहां उनकी अम्मा ने उन्हें स्वीकारा साथ ही उनके करोडों फैन्स ने भी सारिका को स्वीकार किया। उसके बाद उन दोनों की दूसरी बेटी हुई जिसका नाम अक्षरा रखा और फिर कमल ने सारिका से आखिरकार सबके सामने शादी कर ली। उन दोनों की जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था सारिका कॉस्ट्यूम डिज़ाइन किया करती थी कमल के फिल्मों में और उनकी दोनों बेटियां भी बड़ी हो रही थी फिर दोनों ने अलग होने का फैसला किया। उसके बाद सारिका मुंबई आ गई और अपने दोस्त के अपार्टमेंट वरूण जो कि वर्सोवा में था वहां रहने लगी। उनके साथ उनकी बेटियां भी थी पर कुछ दिनों के बाद वह अपने पिता के पास चलीं गई चेन्नई । सारिका ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की और फिल्म परजानिया के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड भी मिला उसके बाद उन्होंने अपने फिल्मी करियार को दोबारा शुरू करने का मन बनाया। कमल हसन के जिंदगी में दुसरी औरत आ गई थी ( गौतमी ) और उनकी दोनों बेटीयों ने भी अपनी करियर की शुरूआत कर दी। श्रुति हासन जिनका नाम हिंदी और साउथ के फिल्मों में भी है और अक्षरा हासन ने फिल्म शमिताभ से अपने फिल्मी करियर की शुरूआत कि है जिसमें धनुष और अमिताभ बच्चन हैं। फिल्म में अक्षरा ने दिग्गज अभिनेताओं के साथ काम कर दिखा दिया है की वह भी कम नहीं हैं और वह बिल्कुल अपनी मां सारिका जैसी दिखती हैं वहीं गोरा रंग और हरी आंखें। वह एक दूसरे से बहुत सालों से अलग रह रहे थे पर इस बिछड़ी फैमिली को एक साथ देखा गया जब अमिताभ बच्चन ने इलइराजा के 1000 फिल्म करने के सम्मान को होस्ट किया। पूरा परिवार एक साथ था और ये पल उनके लिए बहुत ही इमोशनल था वह याद करेंगे या उन्हें ये सोचना चाहिए कि वह कहां थे और आज कहां हैं। माया पुरी से साभार ।
संजोग़ वॉल्टर। सारिका ने कई फिल्मों में मास्टर सूरज और कई फिल्मों बेबी बॉबी सारिका के नाम से अभिनय किया था। मंझली दीदी,हमराज 1967 आशीर्वाद 1968 ,सत्यकाम ,ज्योति, बालक, बेटी,आशीर्वाद 1969 देवी,1970 ,जवां मोहबब्त,छोटी बहू 1971,हार जीत 1972। वो सारिका नाम से बतौर नायिका फ़िल्मी पर्दे पर आई वंदना, कागज़ की नाव 1975 कब आई और कब गयी पता ही नहीं चला था। कागज़ की नाव में सारिका के साथ आये थे राज किरण।