डेंगू की गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए सरकारी स्तर पर कई कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं. मानसून की आमद के पहले ही हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने के पीछे का मकसद लोगों को इस घातक बीमारी के प्रति जागरुक करना है. हर साल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से डेंगू दिवस मनाया जाता है।
पहले के मुकाबले लोगों में डेंगू की बीमारी को लेकर काफी जागरूकता बढ़ी है बावजूद इसके अब भी देश के अंदरूनी इलाकों में इस बीमारी के प्रति और जागरूकता फैलाने की जरुरत है. एडीज मच्छर के काटने से डेंगू की बीमारी होती है.डेंगू मादा एडीज मच्छर के काटने की वजह से होता है और ये गंदे नहीं साफ पानी में पनपता है. बारिश के मौसम में डेंगू के मामले काफी तेजी से बढ़ते हैं. डेंगू के दौरान व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट्स गिरने लगती हैं. अगर स्थिति को समय रहते कंट्रोल न किया जाए तो मरीज की हालत काफी गंभीर हो सकती है.सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार डेंगू 100 से अधिक देशों में होने वाली एक आम समस्या है. वहीं डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनियाभर में हर साल लगभग 40 करोड़ लोग डेंगू से संक्रमित होते हैं. इनमें 80% केस माइल्ड और एसिम्टोमैटिक होते हैं।
राष्ट्रीय डेंगू दिवस
डेंगू बुखार एक खतरनाक संक्रमक रोग है जो सावधानी, जागरूकता एवं सही इलाज से इस पर प्रभावी रूप से नियंत्रण पाया जा सकता है। अपने आस – पास के स्थान को साफ एवं स्वच्छ रखें एवं डेंगू के लक्षण महसूस होने पर तुरंत चिकित्सक से परीक्षण करा कर डेंगू का पूर्ण इलाज कराएं।