विलियम थॉमस ग्रीन मॉर्टन, अमेरिकी दंत चिकित्सक थे जिन्होंने पहली बार शल्य चिकित्सा एनेस्थेटिक के रूप में इनहेल्ड ईथर के उपयोग को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया था, 16 अक्टूबर 1846 को । सर विलियम टीजी मोर्टन जो कि बोस्टन के दंत चिकित्सक थे ।
विश्व विलियम थॉमस ग्रीन मॉर्टन का जन्म 9 अगस्त, 1819 को हुआ था, चार्लटन, मैसाचुसेट्स, संयुक्त राज्य अमेरिका में। 16 अक्टूबर को हर साल लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व एनेस्थीसिया दिवस मनाया जाता है।एनेस्थेटिस्ट क्वालिफाइड एमबीबीएस डॉक्टर होते हैं। अपने सर्जिकल सहयोगी से उनकी डिग्री कम नहीं होती। एनेस्थेटिस्ट मरीज के वाइटल फंक्शन नियंत्रित करते हैं।ऑपरेशन थियेटर में ईथर एनेस्थेसिया (ईथर से चेतना शून्यता) का यह प्रथम सार्वजनिक सर्जिकल को वर्तमान में “ईथर डोम” के नाम से जाना जाता है। पहले-पहले तो मॉर्टन ने अपने संज्ञाहरण करने वाले पदार्थ की वास्तविक स्वरूप को छिपाने की कोशिश की, यह जिक्र करते हुए कि यह लेथिऑन है। अपने कार्य के लिए उन्होंने अमेरिकी पेटेंट तो प्राप्त कर लिया, किन्तु 1846 के उतर्राध में सफल संज्ञाहरण तेजी से प्रकाश में आई।
एनेस्थेटिस्ट क्वालिफाइड एमबीबीएस डॉक्टर होते हैं। अपने सर्जिकल सहयोगी से उनकी डिग्री कम नहीं होती। एनेस्थेटिस्ट मरीज के वाइटल फंक्शन नियंत्रित करते हैं।ऑपरेशन थियेटर में ईथर एनेस्थेसिया (ईथर से चेतना शून्यता) का यह प्रथम सार्वजनिक सर्जिकल को वर्तमान में “ईथर डोम” के नाम से जाना जाता है। विलियम थॉमस ग्रीन मॉर्टन का निधन 15 जुलाई, 1868 को न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका हुआ था। एजेंसी।