आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती है। गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर में हुआ था। देश ही नहीं दुनिया भर में उन्हें अहिंसा के सबसे बड़े समर्थकों में माना जाता है। महात्मा गांधी का देश की आजादी में जो योगदान रहा। उनके प्रभावशाली व्यक्तित्व और उनके आदर्शों को भी अलग-अलग ढंग से फिल्मी पर्दे पर उतारने की कोशिश की गई है। इन फिल्मों की मदद से दर्शकों को महात्मा गांधी के बारे में करीब से जानने का मौका मिला है।
गांधी (1982)
1982 में बनी मोहनदास करमचंद गांधी के जीवन पर आधारित फिल्म गांधी ने लोगों के दिल में एक अलग छाप छोड़ी। फिल्म में बेन किंग्सले गांधी के किरदार में आए। फिल्म में महात्मा गांधी के जीवन के उस हिस्से पर ज्यादा फोकस किया है जिसमें वो साउथ अफ्रीका में थे। भारत की आजादी में उन्होंने किस प्रकार से एक अहम भूमिका निभाई और किस तरह 1948 में उनकी हत्या कर दी गई। फिल्म के लिए दोनों को अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। फिल्म का निर्देशन रिचर्ड एटनबरोघ ने किया।
द मेकिंग ऑफ महात्मा (1996)
1996 में आई फिल्म द मेकिंग ऑफ महात्मा शानगार फिल्म है। फिल्म में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच में महात्मा गांधी ने क्या भूमिका निभाई। श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित,यह फिल्म दक्षिण अफ्रीका में 21 वर्षों के दौरान महात्मा गांधी के जीवन पर बनी है। जहां उन्होंने वास्तव में नस्लीय भेदभाव के खिलाफ अपने अहिंसक आंदोलन को अनुकूलित किया।
हे राम (2000)
फिल्मेकर कमल हासन ने महात्मा गांधी को लेकर हे राम फिल्म बनाई। यह फिल्म हिंदी और तमिल में बनी थी जिसे बाद में तेलुगु में भी डब किया गया था। कमल ने इस फिल्म की कहानी लिखी और साथ ही इसका निर्देशन भी किया। फिल्म में कमल मुख्य किरहार में थे। इस फिल्म में कमल के अलावा कई शाहरुख खान , रानी मुखर्जी हेमा मालिनी और नसीरुद्दीन शाह थे।
डॉ. बाबा साहब अंबेडकर (2000)
2000 में जब्बर पटेल ने डॉ. बाबा साहब अंबेडकर फिल्म बनाई। इस फिल्म में अंबेडकर की जिंदगी को बेहतर तरीके से बताया गया लेकिन फिल्म में कई मुद्दों पर महात्मा गांधी और अंबेडकर के रिश्तों को समझने में मदद मिल सकी। फिल्म में मोहन गोखले ने गांधी का किरदार निभाया।
मैंने गांधी को नहीं मारा(2005)
फिल्म मैंने गांधी को नहीं मारा में एक ऐसे इंसान की मनोस्थिति को दिखाने की कोशिश की गई जिसको यह वहम हो जाता है कि उन्होंने ही महात्मा गांधी को मारा है। फिल्म को 2005 में जहनु बरुआ ने बनाया। फिल्म में अनुपम खेर ने उत्तम चौधरी का किरदार निभाया है।
लगे रहो मुन्ना भाई (2006)
संजय दत्त की फिल्म लगे रहो मुन्ना भाई साल 2003 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस का सीक्वल था। फिल्म में मुन्ना और सर्किट के किरदार को छोड़कर पूरी कहानी और किरदारों को रिक्रिएट किया गया था और कहानी भी बदल दी गई थी। इस फिल्म में महात्मा गांधी के जीवन के कई अहम सिद्धातों को एक नए अंदाज में पेश किया गया है। फिल्म में महात्मा गांधी का किरदार दिलीप प्रभावलकर ने निभाया।
गांधी माई फादर (2007)
2007 में फिरोज अब्बास मस्तान की डायरेक्शन में गांधी माइ फादर फिल्म रिलीज हुई। इस फिल्म में महात्मा गांधी का किरदार दर्शन जरीवाला ने निभाया था। यह फिल्म महात्मा गांधी और उनके बेटे हरि लाल के रिश्तों पर बनी है।
गांधी टू हिटलर (2011)
महात्मा गांधी के जीवन को लेकर 2011 में आई गांधी टू हिटलर फिल्म बेहद खास है। फिल्म में रघुबीर यादव को एडॉल्फ हिटलर के रूप में शामिल किया गया है, जबकि अवजीत दत्त फिल्म में मोहनदास करमचंद गांधी के रूप में मामूली भूमिका निभाते हैं। यह फिल्म महात्मा गांधी द्वारा लिखित ष्द डाउनफॉलष् पत्रों पर आधारित है जिसे हिटलर को संबोधित किया गया है। एजेन्सी।