थॉमस अल्वा एडिसन- इतिहास के महानतम अविष्कारको में है। उनके अनेक अविष्कारों में तापदीप्त विद्युत, प्रकाश बल्ब , फोनोग्राफ , मोशन पिक्चर प्रोजेक्ट, स्वाचालित मल्टीप्लेक्स टेलीग्राफ, कार्बन टेलीग्राफ ट्रांसमीटर और एल्कलाइन स्टोरेज बैटरी शामिल है । जिस समय एडिसन का जन्म हुआ था उस समय विद्युत प्रकाश नही था लेकिन उनकी मृत्यु के समय तक समूचे शहर विद्युत प्रकाश से जगमगा उठे थे। चारो ओर विद्युतीय प्रकाश से शहरों की चकाचौंध देखते ही बनती थी । इसका अधिकांश श्रेय एडिसन को जाता है । एडिसन ने विद्युत प्रकाश के अलावा सिनेमा, टेलीफोन,रिकॉर्ड और सीडी का सृजन किया और योगदान दिया था। उनके समस्त अविष्कार आज किसी न किसी रूप में उपयोग में है ।
थॉमस अल्वा एडिसन का जन्म 11 फरवरी 1847 में अमेरिका के ओहियो शहर के मिलान गाँव में हुआ था । थॉमस एडिसन के पिता का नाम सेमुएल एडिसन और माँ का नाम नैन्सी एलियट था। एडिसन अपने माता पिता की सात संतानों में से सबसे छोटे थे । जिस समय एडिसन की उम्र सात वर्ष की थी, तब उनका परिवार पोर्ट ह्यूरोंन, मिशिगेज चला गया ,जहा पर उनके पिता एक बढाई के रूप में फोर्ट ग्रेरियेट में नियुक्त किये गये थे । एडिसन वहा पर सोलह वर्ष की आयु तक रहे थे थॉमस अल्वा एडिसन को एक बच्चे के रूप में औपचारिक शिक्षा काफी कम हासिल हुयी थी । वो स्कूल में केवल तीन महीने गये , जो उनकी कुल औपचारिक शिक्षा थी । उन्हें पढना लिखना और गणित उनकी माता द्वारा सिखाया जता था जो एक स्कूल में अध्यापिका थी । एडिसन की माता ने अपने जिज्ञासु प्रवृति के पुत्र को विषयों को स्वयं सीखने की सलाह दी थी।| जिस समय एडिसन की आयु मात्र 9 वर्ष थी, तब उनकी माता ने उन्हें प्रारम्भिक विज्ञान की एक पुस्तक दी थी, जिसमे यह व्याख्यायित किया गया था कि रसायन विज्ञान के कुछ प्रयोगों को घर पर कैसे करे ।
पुस्तक अध्ययन कर एडिसन ने ना केवल पुस्तक में दिए गये सभी प्रयोगों को किया बल्कि रसायन विज्ञान में भी रूचि विकसित कर ली थी। एडिसन के विषय में एक रोचक बात यह है कि उनको स्कूल में यह कहकर निकाल दिया गया था कि एडिसन मंदबुद्धि है। कदाचित उनके बहरेपन की वजह से यह सब किया गया था । हकीकत में किसी को भी निश्चित रूप से यह पता नही था कि एडिसन अपनी अधिकांश श्रवण क्षमता खो बैठे थे । यद्यपि इस विषय में एक कहानी बतायी जाती है कि बचपन में स्कॉटलेट ज्वर से पीड़ित होने के पश्चात एडसिन की श्रवण क्षमता कम होने लगी थी ।
यह भी कहा जाता है कि तेजी से गुजर रही ट्रेन के सामने खड़े होने पर उनकी निश्चित मौत देखकर उन्हें किसी ने कान के सहारे पकडकर खींचा था जिससे उनकी श्रवण क्षमता लुप्त हो गयी थी। कारण जो भी रहा हो , उनके बड़े होने के साथ साथ ही उनका बहरापन बढ़ता रहा और एक दिन बांये कान से पूर्ण रूप से बहरे हो गये थे और केवल दाहिने कान में दस प्रतिशत श्रवण क्षमता शेष रह गयी थी । थॉमस अल्वा एडिसन ने एक बार कहा था कि “12 वर्ष की अवस्था के बाद से मैंने किसी भी पक्षी का गाना नही सुना था ।
एडिसन को अपने बहरेपन का कभी भी पश्चाताप नही रहा। इसके बजाय उन्हें ऐसा लगता था कि उन्होंने बहरे होने के कई लाभ देखे है । उनका ऐसा मानना था कि इससे उन्हें अपने कार्य के प्रति एकाग्र होने में काफी मदद मिली थी । एक बार उन्होंने कहा था “पढने के लिए बहरे लोगो को लेना चाहिए , इससे साधारण वार्तालाप का कोलाहल समाप्त हो जाता है ” ।
एडिसन ने बचत के कुल धन से स्थानीय औषधालय से रसायन खरीदे और बोतल ,तार एवं प्रयोग में उपयोग आने वाली अन्य वस्तुए इक्ठटा की थी | जिस समय उनकी आयु दस वर्ष थी , तभी उन्होंने अपने भवन के भूतल में एक विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण किया था बाद में अपने जीवन में एडिसन ने कहा था कि उनकी सफलता में उनकी माता का महान योगदान था । निरंतर अध्ययन और प्रयोगों को दोहराकर उन्होंने स्वयं को पढ़ाया। उन्होने कभी किसी तकनीकी स्कूल या विश्वविद्यालय में प्रवेश नही लिया था। उनके माता पिता ने उनमे अच्छे साहित्य एवं इतिहास के प्रति रुझान विकसित किया था । बारह वर्ष की आयु तक उन्होंने चार्ल्स डिकेंस , विलियम शेक्सपियर और एडवर्ड गिब्बन्स की कृतियों और रोमन साम्राज्य के पतन को पढ़ लिया था | पुरे जीवन भर वह आत्मसुधार में विश्वास करते थे । कठिन परिश्रम में भी उनका विश्वास था , कभी कभी वो दिन भर में 20 घंटे तक कड़ी मेहनत के साथ काम में जुटे रहते थे । एडिसन ने 13 वर्ष की आयु में कार्य करना आरम्भ कर दिया था।| उन्होंने “News Boy ” के रूप में नौकरी शुरू कर दी थी | उनका काम पोर्ट ह्यूरोन से डेट्रॉइट जाने वाली स्थानीय रेलवे लाइन के आस पास समाचार पत्र एवं टोफिया बेचना था।
15 वर्ष की आयु में एडसिन स्वयं अपने समचार पत्र की छपाई और प्रकाशन करने लगे थे और उस चलती ट्रेन में बेचते थे। इस समाचार पत्र में स्थानीय समाचार और उनके पिता की दुकान का विज्ञापन होता था। रेलवे लाइन के आस पास समाचार पत्र बेचने के दौरान कुछ ऐसी घटना गटित हुयी जिसने एडिसन के सम्पूर्ण जीवन में परिवर्तन ला दिया था | एक रोज उन्होंने देखा की स्टेशन मास्टर का तीन वर्षीय पुत्र जिमी रेलवे लाइन पर टहल रहा था तभी एडिसन ने दौडकर बच्चे को आने वाले खतरे से बचा लिया था।बच्चे के पिता स्टेशन मास्टर मैकेसी इतने कृतज्ञ हुए कि उन्होंने एडिसन को टेलीग्राफ के उपयोग के विषय में बताया । एडिसन ने 1862 से लेकर 1868 तक अमेरिका के समूचे पश्चिमी राज्यों आयर साथ ही कनाडा में टेलीफोन ऑपरेटर के रूप में कार्य किया था। इस अवधि में दौरान उन्होंने निरंतर अध्ययन किया था और टेलीग्राफिक उपकरणों में सुधार लाने हेतु लगातार प्रयोग किये थे ।
1868 में थॉमस अल्वा एडिसन बोस्टन पहुच गये, जहा उन्होंने अपने व्यवसाय को टेलीग्राफर से बदलकर अविष्कारक कर लिया था। हालांकि वो रात्री की पारी में काम किया करते थे लेकिन वो दिन में भी शायद ही कभी नींद लेते थे। उन्होंने स्वयं को विधुत धारा के प्रयोग में व्यस्त रखा था। उन्होंने ऐसी टेलीग्राफ मशीन के विकास के लिए कठोर परिश्रम किया था जिससे एक ही तार पर, एक समय में कई संदेश भेजे जा सके । उन्होंने अपने एक मित्र से कुछ धन उधार लिया और नौकरी को त्याग दिया ताकि अपना पूरा समय आविष्कार में लगा सके।
1869 में एडिसन न्यूयार्क शहर चले गये । उनके पास अब ना तो नौकरी थी और ना ही धन । उनके मित्र ने उन्हें “Wall Street ” के नीचे भूतल कार्यालय में सोने की इजाजत दे दी । इस भूतल में रहने के दौरान ही एडिसन की गोल्ड एक्सचेंज में एक नये टेलीग्राफिक गोल्ड-प्राइस इंडिकेटर की आपातकालीन मरम्मत का आमत्रण मिला था । उन्होंने उसकी बेहतर ढंग से मरम्मत की जिसकी वजह से उन्हें एक नये बेहतर इंडिकेटर निर्माण हेतु पर्यवेक्षक नियुक्त कर लिया गया । बाद में उन्होंने उपकरण का पुनः मॉडल बनाया और आखिर में उन्हें अन्य उपकरणों में सुधार का कार्यभार सौंपा गया ।
एडिसन द्वारा पेटेंट कराया गया , पहला अविष्कार Electrical Vote Recorder था । यह एक ऐसा उपकरण था जिसक उपयोग निर्वाचित निकायों जैसे अमेरिकी कांग्रेस द्वारा चुनाव प्रक्र्रिया को तेज करने के लिए था।| उन्होंने इसका पेटेंट 1868 में कराया था । एडिसन अपने पहले अविष्कार के लिए खरीददार नही पा सके ।अमेरिकी कांग्रेस ने इसे खरीदने में कोई रूचि नही दिखाई क्योंकि ये मत काफी तीव्र गति से गिनता था । तब एडिसन ने प्रण किया कि वो किसी भी ऐसी वस्तु का अविष्कार नही करेंगे जिसकी व्यावसायिक मांग ना हो ।
Edison Universal Stock Printer पहला अविष्कार था जिसे एडिसन बेचेने में सफल हुए थे । इसे अन्य सम्बधित अविष्कारो के साथ गोल्ट और स्टॉक तेलीग्राफ कम्पनी के मुखिया जनरल लेफर्ट्स को विक्रय किया गया था । इससे जुडी एक रोचक कहानी है कि जब एडिसन ने अनुभव किया कि उनके अविष्कार की कीमत 5000 अमेरिकी डॉलर है तो वो उसे 3000 डॉलर में विक्रय करने को तत्पर हो गये थे लेकिन लेफ्र्ट्स ने उसे 40,000 डॉलर में खरीदा था जिसे सुनकर एडिसन बेहोश होने वाले थे लेकिन अपने आप को सम्भाला । थॉमस एडिसन का निधन 18 अक्टूबर 1931 हो गया था।एजेन्सी।