बेगम हज़रत महल अवध की बेगम के नाम से भी प्रसिद्ध थीं, अवध के नवाब वाजिद अली शाह की दूसरी पत्नी थीं। अंग्रेज़ों द्वारा कलकत्ते में अपने शौहर के निर्वासन के बाद उन्होंने लखनऊ पर क़ब्ज़ा कर लि... Read more
झलकारी बाई झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की नियमित सेना में, महिला शाखा दुर्गा दल की सेनापति थीं। वे लक्ष्मीबाई की हमशक्ल भी थीं इस कारण शत्रु को गुमराह करने के लिए वे रानी के वेश में भी युद्ध क... Read more
आसफ़ अली स्वतंत्रता सेनानी और प्रसिद्ध वकील थे। वह भारत से संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले राजदूत थे। इन्होंने उड़ीसा अब ओडिशा के राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया था। आसफ़ अली अली का जन्म 11 मई... Read more
स्मृति शेष। श्यामजी कृष्ण वर्मा क्रान्तिकारी गतिविधियों के माध्यम से भारत की आजादी के संकल्प को गतिशील करने वाले अध्यवसायी एवं कई क्रान्तिकारियों के प्रेरणास्रोत थे। वे पहले भारतीय थे, जिन्... Read more
पंडित कांशीराम का जन्म 1883 में पंजाब के अंबाला ज़िले में हुआ था। मैट्रिक पास करने के बाद उन्होंने तार भेजने प्राप्त करने का काम सीखा और कुछ दिन अंबाला और दिल्ली में नौकरी की। इसके बाद वे अम... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष-लाला हरदयाल प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे। लाला हरदयाल ने गदर पार्टी की स्थापना की थी। विदेशों में भटकते हुए अनेक कष्ट सहकर लाला हरदयाल ने देशभक्तों को भारत की आजादी के लिए प... Read more
तात्या टोपे भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के प्रमुख सेनानायक थे। 1857 के महान विद्रोह में उनकी भूमिका सबसे महत्त्वपूर्ण, प्रेरणादायक और बेजोड़ थी। 1857 के विद्रोह की शुरुआत 10 मई 1857 क... Read more
स्मृति शेष। एजेंसी। तिलका माँझी/ जबरा पहाड़िया जिन्होंने राजमहल, झारखंड की पहाड़ियों पर ब्रिटिश हुकूमत से लोहा लिया। इनमें सबसे लोकप्रिय तिलका मांझी हैं। भारत में ब्रिटिश सत्ता को चुनौती दे... Read more
स्मृति शेष। शचीन्द्रनाथ सान्याल ( 3 अप्रैल 1893) क्वींस कालेज (बनारस) में अपने अध्ययनकाल में उन्होंने काशी के प्रथम क्रांतिकारी दल का गठन 1908 में किया। 1913 में फ्रेंच बस्ती चंदननगर में सु... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष-क्रांतिकारी और लेखक मन्मथनाथ गुप्त का जन्म 7 फरवरी 1908 को वाराणसी में हुआ था। उनके पिता वीरेश्वर विराटनगर (नेपाल) में एक स्कूल के हेडमास्टर थे। इसलिये मन्मथनाथ गुप्त ने... Read more