पंडित कांशीराम का जन्म 1883 में पंजाब के अंबाला ज़िले में हुआ था। मैट्रिक पास करने के बाद उन्होंने तार भेजने प्राप्त करने का काम सीखा और कुछ दिन अंबाला और दिल्ली में नौकरी की। इसके बाद वे अम... Read more
स्मृति शेष। सुहासिनी गांगुली स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थीं । उनका जन्म 3 फ़रवरी 1909 में खुलना, बंगाल में हुआ था खुलना में हुआ। पैत्रिक घर , जिला विक्रमपुर के बाघिया गाँव में था (ढाका) । प... Read more
स्मृति शेष। गोविंद बल्लभ पंत उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री एवं स्वतंत्रता सेनानी थे। इनका मुख्यमंत्री कार्यकाल 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1954 तक रहा। बाद में ये भारत के गृहमंत्री भी (1955-... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष-लाला हरदयाल प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे। लाला हरदयाल ने गदर पार्टी की स्थापना की थी। विदेशों में भटकते हुए अनेक कष्ट सहकर लाला हरदयाल ने देशभक्तों को भारत की आजादी के लिए प... Read more
17 वर्ष के चंद्रशेखर आजाद क्रांतिकारी दल ‘हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन’ में सम्मिलित हो गए। दल में उनका नाम ‘क्विक सिल्वर’ (पारा) तय पाया गया। पार्टी की ओर से धन एकत्र करने के लिए जितने भ... Read more
स्मृति शेष यतीन्द्र मोहन सेनगुप्त स्वाधीनता संग्राम के प्रमुख नायकों में थे। इन्होंने 1909 में इंग्लैंड से अपनी बैरिस्टरी पूर्ण की थी। इन्होंने कलकत्ता अब कोलकाता उच्च न्यायालय में वकालत श... Read more
रानी चेनम्मा कित्तूर राज्य की रानी थीं। 1824 में उन्होने डॉक्ट्रिन ऑफ लेप्स के विरुद्ध अंग्रेजों से सशस्त्र संघर्ष किया था। संघर्ष में वह वीरगति को प्राप्त हुईं थीं। भारत में उन्हें भारत की... Read more
शरत चन्द्र बोस बैरिस्टर और स्वतंत्रता सेनानी थे। ये जानकी नाथ बोस के बेटे और सुभाष चंद्र बोस के बड़े भाई थे। शरत चन्द्र बोस काँग्रेस कार्यकारी समिति के सदस्य थे तथा बंगाल विधान सभा में काँग... Read more
रानी गाइदिनल्यू ने भारत को आज़ादी दिलाने के लिए नागालैण्ड में अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम दिया था। झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के समान ही वीरतापूर्ण कार्य करने के लिए इन्हें ‘नाग... Read more
तात्या टोपे भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के प्रमुख सेनानायक थे। 1857 के महान विद्रोह में उनकी भूमिका सबसे महत्त्वपूर्ण, प्रेरणादायक और बेजोड़ थी। 1857 के विद्रोह की शुरुआत 10 मई 1857 क... Read more