सर्वत्र शुक्ल पुष्पाणि प्रशस्तानि सदार्चने। दानकाले च सर्वत्र मंत्र मेत मुदीरयेत्॥-अक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि को होती है. ग्रंथों के अनुसार इस दिन किये जा... Read more
परशुराम त्रेता युग के मुनि थे। उन्हें भगवान विष्णु का छठा अवतार भी कहा जाता है। पौरोणिक वृत्तान्तों के अनुसार उनका जन्म भृगुश्रेष्ठ महर्षि जमदग्नि द्वारा सम्पन्न पुत्रेष्टि यज्ञ से प्रसन्न द... Read more
‘संकट कटै मिटै सब पीरा, जो सुमिरौ हनुमत बलतीरा।’ गोस्वामी तुलसीदास ने पवनपुत्र हनुमान को राम जी का सबसे बड़ा भक्त बताया है। चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूणिमा तिथि को वानरराज केसरी के घर में... Read more
नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा होगी. महाअष्टमी तिथि का विशेष महत्व होता है. इस दिन कन्या पूजन भी होती है. मां महागौरी की पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मि... Read more
दुर्गा की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती है। इनके शरीर का रंग घने अंधकार की भाँति काला है, बाल बिखरे हुए, गले में विद्युत की भाँति चमकने वाली माला है। इनके तीन नेत्र हैं जो ब्रह्... Read more
नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा अर्चना की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इनकी आराधना करने से साधक को अर्थ धर्म काम और मोक्ष चारों फलों की शीघ्र प्राप्ति होती है। पौराणिक मान्यताओं के... Read more
नवरात्रि का पाँचवाँ दिन स्कंदमाता की उपासना का दिन होता है। मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता परम सुखदायी हैं। माँ अपने भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती हैं। श्लोक सिंहासनगता नित्यं पद्मा... Read more
नवरात्र के चौथे दिन मां के चौथे स्वरूप कूष्माण्डा देवी की पूजा की जाती है। मां की उपासना से जटिल से जटिल रोगों से मुक्ति मिलती है और आरोग्यता के साथ-साथ आयु और यश की प्राप्ति होती है। मां कू... Read more
माँ दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन की पूजा का अत्यधिक महत्व है और इस दिन इन्हीं के विग्रह का पूजन-आराधन किया जाता है। इस दिन साधक का मन ‘मणि... Read more
नवरात्र पर विशेष दुर्गा का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी मां का है। इनकी पूजा नवरात्र के दूसरे दिन की जाती है। कठिन तपस्या करके शिवजी को पति के रूप में प्राप्त करने वाली है। ब्रह्मचारिणी दुर्गा... Read more