स्मृति शेष। एस.एन.त्रिपाठी का जन्म 14 मार्च 1913 को वाराणसी में हुआ था। एस. एन. त्रिपाठी ने मशहूर महिला संगीतकार सरस्वती देवी के सहायक के रूप में भी य काम किया था। एस. एन. त्रिपाठी ही थे ज... Read more
हिंदी फ़िल्में के टॉप 05 होली गीतों में से 04 गीत शकील बदायूनी के नाम दर्ज़ हैं 1952 आन ‘खेलो रंग हमारे संग’। संगीतकार नौशाद गीतकार शकील बदायूनी , 1957 मदर इंडिया ” होली आई... Read more
मुबारक साल गिरह। अलका याज्ञिक पार्श्वगायिका हैं। वे हिंदी सिनेमा में तीन दशकों तक अपनी गायकी के लिए विख्यात हैं। हिंदी सिनेमा में वे सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली पांचवी पार्श्वगायिका... Read more
स्मृति शेष। योगेश गौड़ जिन्हें केवल योगेश नाम से जाना जाता था। विशेष रूप से उन्हें आनंद (1971) के “कहीं दूर जब दीन ढल जाय” और “जिंदगी कैसी है पहेली” गीतों के लिए सब... Read more
राजकुमारी दुबे जिन्हें इनके पहले नाम “राजकुमारी” के नाम से ज्यादा बेहतर जाना जाता है, एक भारतीय पार्श्व गायिका थी, जो कई हिन्दी फिल्मों में 1930 से 1940 के दशक तक काम की थी। इन्ह... Read more
एक संगीतकार जो मुफलिसी में जिया और जीवन की सबसे बड़ी सफलता से पहले दुनिया छोड़ गया ” ‘पाकीजा’ की अपार सफलता इस फिल्म के संगीतकार गुलाम मुहम्मद देख न सके 17 मार्च, 1968 को उन्होंन... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष-शादियों में दो फिल्मी गीत अनिवार्य रूप से बजते है। विदाई के समय मोहम्मद रफी का गाया गीत ‘बाबुल की दुआएं लेती जा’ और बारात के समय मोहम्मद रफी का ही गया गीत... Read more
जयंती पर विशेष- साहिर लुधियानवी प्रसिद्ध गीतकार और विद्रोही शायर थे। साहिर ने जब लिखना शुरू किया तब इकबाल, फैज, फिराक आदि शायर अपनी बुलंदी पर थे, पर उन्होंने अपना जो विशेष लहजा और रुख अपना... Read more
जयंती पर विशेष-स्वप्निल संसार’, यहाँ पर मशहूर गोरखा शख्सियत की श्रंखला के तहत मशहूर गोरखा संगीतकार मनोहारी सिंह पर प्रसिद्द फिल्म समीक्षक एवं पत्रकार राजकुमार केसवानी द्वारा लिखे लेख को आपके... Read more
स्मृति शेष एजेन्सी। रवि शंकर शर्मा हिन्दी फ़िल्मों में प्रसिद्ध संगीतकार थे। बतौर संगीत निर्देशक उन्होंने 1955 में फिल्म ‘वचन’ से अपना सफर शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं द... Read more