आशापूर्णा देवी को भारत सरकार द्वारा ज्ञानपीठ पुरस्कार और पद्मश्री से सम्मानित किया गया, डी.लिट. जबलपुर, रवीन्द्र भारती , बर्दवान और जादवपुर विश्वविद्यालयों द्वारा । विश्व भारती विश्वविद्याल... Read more
जयंती पर विशेष-आशापूर्णा देवी ( 8 जनवरी 1909 कलकत्ता) बांग्ला भाषा की प्रख्यात उपन्यासकार हैं जिन्होंने मात्र 13 वर्ष की आयु में लिखना प्रारंभ कर दिया था और तब से ही उनकी लेखनी निरंतर सक्रिय... Read more
आशापूर्णा देवी को भारत सरकार द्वारा ज्ञानपीठ पुरस्कार और पद्मश्री से सम्मानित किया गया, डी.लिट. जबलपुर, रवीन्द्र भारती , बर्दवान और जादवपुर विश्वविद्यालयों द्वारा । विश्व भारती विश्वविद्याल... Read more
जयंती पर विशेष-आशापूर्णा देवी ( 8 जनवरी 1909 कलकत्ता) बांग्ला भाषा की प्रख्यात उपन्यासकार हैं जिन्होंने मात्र 13 वर्ष की आयु में लिखना प्रारंभ कर दिया था और तब से ही उनकी लेखनी निरंतर सक्रिय... Read more
आशापूर्णा देवी को भारत सरकार द्वारा ज्ञानपीठ पुरस्कार और पद्मश्री से सम्मानित किया गया, डी.लिट. जबलपुर, रवीन्द्र भारती , बर्दवान और जादवपुर विश्वविद्यालयों द्वारा । विश्व भारती विश्वविद्याल... Read more
जयंती पर विशेष-आशापूर्णा देवी ( 8 जनवरी 1909 कलकत्ता) बांग्ला भाषा की प्रख्यात उपन्यासकार हैं जिन्होंने मात्र 13 वर्ष की आयु में लिखना प्रारंभ कर दिया था और तब से ही उनकी लेखनी निरंतर सक्रिय... Read more
आशापूर्णा देवी को भारत सरकार द्वारा ज्ञानपीठ पुरस्कार और पद्मश्री से सम्मानित किया गया, डी.लिट. जबलपुर, रवीन्द्र भारती , बर्दवान और जादवपुर विश्वविद्यालयों द्वारा । विश्व भारती विश्वविद्याल... Read more
जयंती पर विशेष-आशापूर्णा देवी ( 8 जनवरी 1909 कलकत्ता) बांग्ला भाषा की प्रख्यात उपन्यासकार हैं जिन्होंने मात्र 13 वर्ष की आयु में लिखना प्रारंभ कर दिया था और तब से ही उनकी लेखनी निरंतर सक्रिय... Read more
आशापूर्णा देवी बांग्ला भाषा की प्रख्यात उपन्यासकार हैं जिन्होंने मात्र 13 वर्ष की आयु में लिखना प्रारंभ कर दिया था और तब से ही उनकी लेखनी निरंतर सक्रिय बनी रही। वह एक मध्यवर्गीय परिवार से थी... Read more
आशापूर्णा देवी बांग्ला भाषा की प्रख्यात उपन्यासकार हैं जिन्होंने मात्र 13 वर्ष की आयु में लिखना प्रारंभ कर दिया था और तब से ही उनकी लेखनी निरंतर सक्रिय बनी रही। वह एक मध्यवर्गीय परिवार से थी... Read more