जयंती पर विशेष-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, प्रसिद्ध शायर,जिनको अपनी क्रांतिकारी रचनाओं में रसिक भाव (इंक़लाबी और रूमानी) के मेल की वजह से जाना जाता है। 1957 में फिल्म आई थी, ‘प्यासा’. फिल्म का शायर... Read more
जयंती पर विशेष-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, प्रसिद्ध शायर,जिनको अपनी क्रांतिकारी रचनाओं में रसिक भाव (इंक़लाबी और रूमानी) के मेल की वजह से जाना जाता है। 1957 में फिल्म आई थी, ‘प्यासा’. फिल्म का शायर... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष। फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, प्रसिद्ध शायर,जिनको अपनी क्रांतिकारी रचनाओं में रसिक भाव (इंक़लाबी और रूमानी) के मेल की वजह से जाना जाता है। 1957 में फिल्म आई थी, ‘प्यासा’. फिल्म क... Read more
जयंती पर विशेष-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, प्रसिद्ध शायर,जिनको अपनी क्रांतिकारी रचनाओं में रसिक भाव (इंक़लाबी और रूमानी) के मेल की वजह से जाना जाता है। 1957 में फिल्म आई थी, ‘प्यासा’. फिल्म का शायर ए... Read more
जयंती पर विशेष फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, प्रसिद्ध शायर,जिनको अपनी क्रांतिकारी रचनाओं में रसिक भाव (इंक़लाबी और रूमानी) के मेल की वजह से जाना जाता है। 1957 में फिल्म आई थी, ‘प्यासा’. फिल्म का शायर ए... Read more
पुण्य तिथि पर विशेष। फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, प्रसिद्ध शायर,जिनको अपनी क्रांतिकारी रचनाओं में रसिक भाव (इंक़लाबी और रूमानी) के मेल की वजह से जाना जाता है। 1957 में फिल्म आई थी, ‘प्यासा’. फिल्म क... Read more
जयंती पर विशेष-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, प्रसिद्ध शायर,जिनको अपनी क्रांतिकारी रचनाओं में रसिक भाव (इंक़लाबी और रूमानी) के मेल की वजह से जाना जाता है। 1957 में फिल्म आई थी, ‘प्यासा’. फिल्म का शायर... Read more