स्मृति शेष। बीना दास क्रान्तिकारी थीं। 6 फरवरी 1932 को उन्होने कलकत्ता विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में अंग्रेज़ क्रिकेट कप्तान और बंगाली गर्वनर स्टनली जैक्शन की हत्या का प्रयास किया थ... Read more
स्मृति शेष। बीना दास क्रान्तिकारी थीं। 6 फरवरी 1932 को उन्होने कलकत्ता विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में अंग्रेज़ क्रिकेट कप्तान और बंगाली गर्वनर स्टनली जैक्शन की हत्या का प्रयास किया थ... Read more
स्मृति शेष। बीना दास क्रान्तिकारी थीं। 6 फरवरी 1932 को उन्होने कलकत्ता विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में अंग्रेज़ क्रिकेट कप्तान और बंगाली गर्वनर स्टनली जैक्शन की हत्या का प्रयास किया थ... Read more
स्मृति शेष। बीना दास क्रान्तिकारी थीं। 6 फरवरी 1932 को उन्होने कलकत्ता विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में अंग्रेज़ क्रिकेट कप्तान और बंगाली गर्वनर स्टनली जैक्शन की हत्या का प्रयास किया थ... Read more
स्मृति शेष। बीना दास क्रान्तिकारी थीं। 6 फरवरी 1932 को उन्होने कलकत्ता विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में अंग्रेज़ क्रिकेट कप्तान और बंगाली गर्वनर स्टनली जैक्शन की हत्या का प्रयास किया थ... Read more
बीना दास क्रान्तिकारी थीं। 6 फरवरी 1932 को उन्होने कलकत्ता विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में अंग्रेज़ क्रिकेट कप्तान और बंगाली गर्वनर स्टनली जैक्शन की हत्या का प्रयास किया था। वे सुप्रस... Read more