आज भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री का स्वरूप चाहे जो कुछ भी हो लेकिन उसके पहले प्रयास की बात न हो ऐसा कैसे हो सकता है. इसी पहले प्रयास का नाम था “श्री पुंडालिक” और इसे आज से ठीक 112 बरस... Read more
आज भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री का स्वरूप चाहे जो कुछ भी हो लेकिन उसके पहले प्रयास की बात न हो ऐसा कैसे हो सकता है. इसी पहले प्रयास का नाम था “श्री पुंडालिक” और इसे आज से ठीक 111 बरस... Read more