लखनऊ। प्रदेश मे भाजपा की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री अदित्यनाथ योगी भले ही एक्शन मोड मे हो लेकिन सरकारी अस्पतालो मे तैनात कुछ कर्मचारी है कि सुधरने का नाम नही ले रहे है टूरियांगज स्थित बाल महिला चिकित्सालय एव प्रसूति गृह मे तैनात एक संविदा कर्मी द्वारा जन्म प्रमाण पत्र दिए जाने और जननी योजना के तहत राशी जारी करने के लिए रिश्वत मागॅने का एक सनसनी खेज मामला प्रकाश मे आया है। अस्पताल मे तैनात संविदा कर्मी जितेन्द्र द्वारा मांगी जा रही रिश्वत की शिकायत आज तीन लोगो ने लिखित तौर पर अस्पताल की अधिक्षिका के नाम दी तो महिला चिकित्सक डाक्टर प्रीति ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है। कर्बला तालकटोरा की रहने वाली शानम फात्मा, इरम फात्मा और हसीन जहां ने अस्पताल के सविदा कर्मी जितेन्द्र पर आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र मे लिखा है कि उन्के बच्चो के जन्म इसी अस्पताल मे हुए थे लेकिन बच्चो के जन्म के बाद भी महिनो से वो अपने बच्चो के जन्म प्रमाण और जेवाईएस योजना के तहत के तहत जननी महिलाओ को मिलने वाली राशी के लिए अस्पताल के चक्कर काट रही है लेकिन यहंा तैनात संविदा कर्मी जितेन्द्र जन्म प्रमाण पत्र के जारी करने के लिए 2 सौ और राशी जारी करने के लिए 2 रूपए रिश्वत की मॉग कर रहा है हसीन जहंा का कहना है कि एक वर्ष पूर्व उन्होने इसी अस्पताल मे शिशु को जन्म दिया था लेकिन आज तक न तो प्रमाण पत्र मिला और न ही राहत राशी मिली शानम का कहना है कि 6 माह पूर्व इसी अस्पताल मे जन्मे उनके शिुशु का जन्म प्रमाण पत्र और राशी आज तक जारी नही हुई इरम फात्मा का भी यही दर्द है 6 माह पूर्व इसी अस्पताल मे जन्मे उनके बच्चे का अभी तक न तो जन्म प्रमाण पत्र ही मिला और न ही उनके एकाउन्ट मे राशी ही आई सविदा कर्मी की इस करतूत के विरोध मे शनिवार को पीड़ितो ने अस्पताल पहुॅच कर हंगामा किया तो अस्पताल की महिला डाक्टर प्रीति ने पीड़ितो को कार्यवाही का आश्वासन दिया पीड़ितो ने अस्पताल की अधिक्षिका के नाम लिखित तहरीर दी है लेकिन पीड़ितो से अघिक्षिका की मुलाकात नही हो पाई।
मीडिया के सामने नही आया आरोपी संविदा कर्मी
टूरियांगज स्थित बाल महिला चिकित्सालय एव प्रसूति गृह मे पीड़ितो के हंगामे की सूचना पर जब मीडिया वहां पहुॅची तो आरोपी संविदा कर्मी मौके से खिसक लिया मीडिया के कैमरे का सामना करने की हिम्मत न करने वाले आरोपी संविदा कर्मी की करतूत को महिला डाक्टर प्रीति ने दबी जुबान मे स्वीकार करते हुए कहा कि इस तरह की मौखिक शिकायते पहले भी मिल चुकी है लेकिन इस बार लिखित तौर पर तीन पीड़ितो ने शिकायत की है उन्होने बताया कि अधिक्षिका महोदया के आने के बाद कार्यवाही की जाएगी।