प्रभु देवा का जन्म 03 अप्रैल 1973 को मयसूर, कर्णाटक में हुआ और वे अल्वार्पेट, चेन्नई, तमिल नाडू में बड़े हुए। उन्हें अपने पिता मुगुर सुन्दर से प्रेरणा मिली जो दक्षिण भारतीय फ़िल्मों के एक डांस मास्टर थे। उन्होंने नृत्य को अपना करियर बना लिया और भरतनाट्यम जैसे भारतीय शास्त्रीय नृत्य के प्रकारों व पाश्चिमात्य नृत्यों में महारत हासिल की। उन्हें भारत का सर्वश्रेष्ठ नर्तक माना जाता है और उन्होंने आधुनिक नृत्य प्रकारों को भारतीय फ़िल्मों में लाया। उनके भाई राजू सुन्दरम और नागेन्द्र प्रसाद भी माने हुए नृत्य दिग्दर्शक है। प्रभु देव की पहली फ़िल्म बतौर नृत्य दिग्दर्शक वेत्री विझा (1989) थी। इससे पहले वे पार्श्व नर्तक के रूप में तमिल फ़िल्म अग्नि नत्चाथिरम में नज़र आए थे। तब से अब तक उन्होंने 100 से अधित फ़िल्मों में नृत्य दिग्दर्शन किया है। अभिनेता के रूप में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत अभिनेत्री रोजा के साथ फ़िल्म इन्धू (1994) से की। 1999 में देव, शोभना और ए आर रहमान ने मिलकर मुनिच, जर्मनी में “माइकल जैक्सन एंड फ्रेंड्स” समारोह में अपनी प्रतिभा पेश की।
उन्हें दो बार नृत्य दिग्दर्शन के लिए भारतीय राष्ट्रिय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चूका है (फ़िल्म मिन्सारा कनावु (1997) और लक्ष्य (2004)।
2007 में उन्हें पसंदीदा निर्देशक के विजय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उन्हें एशियाई फ़िल्म और टेलीविजन अकादमी के अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म और टेलीविजन संशोधन केन्द्र की सदस्यता से सम्मानित किया गया है।