जाने पूरा मामला क्या है-
_यह वही रोहिनी सिंह हैं जिन्होंने दामाद जी(रॉबर्ड वाडरा)के रातों रातों दुगनी-चौगनी हुई सम्पत्ति के बारे में लिखा था, और 2014 के चुनावों में BJP ने इसे राष्ट्रिय मुद्दा बना कर चुनाव लड़ा था।_
आज खुद बीजेपी के राष्ट्रिय अध्यक्ष *अमित शाह* के पुत्र *जय शाह* पर उंगली उठी है,क्यों की उनकी सम्पत्ति भी _1 साल में 1-2 गुना नहीं बल्कि 16 हज़ार गुना हो गई है,_ जी हाँ मैंने ठीक लिखा है 16000 गुना,वो भी ऐसे समय में जब देश मंदी के दौर से गुजर रहा है,नोटबंधी और # GST लागु होने के बाद देश भर का व्यपार ठप पड़ा हो,लोग बेरोजगार हो रहे हो,किसान कर्ज में डूब कर आत्महत्याएं करने पर मजबूर रहे हों।
2004 में अमित शाह के बेटे जय शाह,उनके रिश्तेदार *जितेंदर शाह* ने मिलकर एक कंपनी
*”शाह टेम्पल एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड”* का गठन किया,जिसमे अमित शाह की पत्नी सोनल शाह की भी हिस्सेदारी है।
2004 से 2014 तक कंपनी के पास कोई सम्पत्ति नहीं थी।जय शाह की कंपनी “टेम्पल एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड” ने 2013:6230₹ का घाटा, 2014:1724₹ का घाटा 2015:18,728₹ का लाभ
2016:16000 गुणा कमाई के साथ कमाई 50 हजार ₹ से बड़ कर एक ही साल में 80करोड़ से ऊपर पहुँच गई।
2014 में इनकम टैक्स विभाग ने कंपनी को 5,796Rs रिफंड भी किये।
अब आप चोकियेगा और पूछियेगा मत की एक ही साल में यह कमाई 16000 गुना कैसे बड़ गई। जिसमें 51करोड़ की कमाई विदेश में व्यपार करने से हुई दिखाई गई है,जब की पिछले साल विदेश से आने वाली कमाई ज़ीरो दिखाई गई है।
अब आप सोच रहे होगें की यह कंपनी काम क्या करती है? “शाह टेम्पल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड” खेती (Agriculture Products) के क्षेत्र में काम करती है।
अमित शाह की सम्पत्ति जब 400 गुणा दिखाई गई तब सफाई आई की यह सम्पत्ति उनकी माता जी पीछे छोड़ गई थी।
पर अमित शाह के पुत्र जय शाह के पास 16000 गुना कमाई कहाँ से आई?
जवाब मिला की *राजेश खंडवाला* से 15.78करोड़ का ऋण लिया गया है,राजेश खंडवाला *परिमल नथवाणी* के संबंधी हैं, परिमल नथवाणी झारखण्ड से बीजेपी समर्थित राज्य सभा सांसद है और अम्बानी की रिलायंस कंपनी में टॉप एग्जीक्यूटिव भी हैं,
आप इन्हें देश के प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी के साथ हवाई जहाज में सफ़र करते हुए कई बार देख चुके होंगें।
मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री *पियूष गोयल* ने भी केंद्र के अधीन एक PSU से 10.35 करोड़ ₹ जय शाह की कंपनी को दिलवाये।
_सबसे बड़ी बात 2016 अक्टूबर में जय शाह की कंपनी दुबारा घाटा दिखा कर बंद भी की जा चुकी है।_
उम्मीद करते हैं की श्री देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी *”ना खाऊँगा,ना खाने दूँगा”* के नारे के तहत “शाह टेम्पल एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड”की निष्पक्ष जाँच ही नहीं करवायेगें बल्कि जल्द जाँच करवा दोषी पाये जाने पर सज़ा भी दिलवायें।
दोषी ना पाये जाने की स्तिथि में देश को “जय शाह”के अच्छे दिन कैसे आये यह फार्मूला देश के गरीब-बेरोजगार युवाओं को जरूर बतायेगें। -एजेंसी।